MP। रतलाम एसपी अमित कुमार ने शनिवार एक सनसनीखेज हत्या का खुलासा किया है। यहां जेठानी ने अंधविश्वास के कारण घर में हो रही मौतों के चलते अपने देवरानी की जान ले ली। जेठानी को लगता था कि देवरानी के यहां सब ठीक-ठाक है और वह उस पर टोना टोटका करती है। इसी शक में उसने अपने बेटों के साथ मिलकर इस हत्या को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।
घटना 25 सितंबर की है। देवरानी अपने बच्चों के साथ छत पर सो रही थी। इस दौरान उस पर धारदार हथियार से वार कर छत से नीचे फेंक दिया गया। घटना की जानकारी पुलिस को सुबह लगी, तो वह मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल में जुट गई, मामले को लेकर एएसपी राकेश खाखा के साथ एक विशेष टीम का गठन किया गया और हत्या के साथ चोरी के एंगल से जांच शुरू की गई। पुलिस ने जांच में पाया कि घर से कुछ चोरी नहीं हुआ है,और मृतिका छत पर बच्चों के साथ सो रही थी। परिजनो व संदेहियों से गहन पूछताछ एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर यह तथ्य सामने आए कि अंधविस्वास के चलते यह हत्या की गई है।
पुलिस ने बताया कि रतलाम जिले के रावटी थाना क्षेत्र के भीम पूरा में बीते बुधवार को नानीबाई उर्फ नर्मदाबाई पति कैलाश भूरिया 48 की कुल्हाड़ी से वार कर हत्या के बाद शव छत से नीचे फेंक दिया गया था। गहन पूछताछ एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर यह तथ्य सामने आए कि मृतिका की जेठानी धन्नाबाई पति बद्री भूरिया एवं उसके पुत्र शंकर भूरिया एवं बापु भूरिया ने अंधविश्वास के चलते मृतिका को ‘डाकन’ (डायन) मानकर षड्यंत्रपूर्वक उसकी हत्या की। आरोपियों ने रात्रि मृतिका को घर में अकेला पाकर कुल्हाड़ी एवं लोहे की पाइप से वार कर हत्या कर दी तथा शव को छत से नीचे फेंक दिया था।
रतलाम जिले के कई इलाकों में आज भी अंधविश्वास का बोलबाला है। जिले के रावटी में बीते बुधवार को हुई एक महिला की हत्या के मामले में यही सामने आया। मृतिका की हत्या उसी की जेठानी ने अपने दो पुत्रो के साथ मिलकर की थी। आरोपी महिला को शक था कि उसकी देवरानी डायन है और उसकी वजह से परिवार में कई लोगों की मौत हो गई है। मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने जांच में पाया कि मृतिका नर्मदाबाई उर्फ नानीबाई की जेठानी धन्ना बाई पति बद्री भुरिया के बड़े बेटे शंकर की पहली पत्नी गंगा बाई की मौत 12 साल पहले हुई थी। इसके पहले गंगाबाई के पेट में एक बच्चे की मिसकैरेज से मौत हुई थी। इसके बाद बेटे ने दूसरी शादी रेखा बाई से की। एक माह पहले रेखा बाई की भी मौत हो गई। जबकि पिछले एक साल के अंदर धन्नाबाई के पति बद्री भूरिया व ससुर मनजी भूरिया की भी मौत हुई।
एक माह पहले बहू की मौत के बाद परिवार की आर्थिक हालात खराब होने पर बहू के अंतिम कार्यक्रम भी धन्ना बाई व बेटे नहीं कर पाए और सभी की बीमारी के कारण मौत हो रही थी। इसके विपरित धन्नाबाई की देवरानी के परिवार में किसी को कोई बीमारी या अन्य समस्या नहीं थी। जेठानी धन्ना बाई व उसके बेटे शंकर व बापू ने परिवार के सदस्यों की मौत का कारण नानीबाई उर्फ नर्मदाबाई को माना और डायन मानते हुए उसकी हत्या कर दी। रतलाम पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने शनिवार प्रेस वार्ता कर मामले का खुलासा करते हुए बताया कि मुख्य आरोपी धन्नाबाई के पति और ससुर की लगातार बीमारियों के चलते मृत्यु हो गई थी। इसके अलावा धन्नाबाई के पुत्र शंकर की दो पत्नियों की भी एक के बाद एक मौत हो गई थी। शंकर के एक वर्षीय बच्चे की भी बीमारी से मौत हो गई थी। परिवार में लगातार हो रही इन मौतों के लिए आरोपियों ने मृतिका को जिम्मेदार ठहराया। धन्नाबाई यह मानने लगी थी कि उसकी देवरानी नानीबाई डायन है और उसी की वजह से परिवार में लगातार मौतें हो रही है। अंधविश्वास एवं तंत्र-मंत्र की भ्रांत धारणाओं के चलते आरोपियों ने इस जघन्य कृत्य को अंजाम दिया मामले में पुलिस ने आरोपियो को हिरासत में ले लिया है।
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