नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद पार्टी ने ‘INDIA’ गठबंधन के सहयोगी दलों से आगामी विधानसभा चुनावों के लिए अपनी चुनावी रणनीति पर पुनर्विचार करने की सलाह ली है।
आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने चुनाव परिणामों का “सबसे बड़ा सबक” बताया कि चुनाव में अति आत्मविश्वास नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, “हर चुनाव और हर सीट कठिन होती है, इसलिए किसी को भी इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।”
शिवसेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने हरियाणा के नतीजों को महाराष्ट्र के आगामी चुनावों पर प्रभावहीन बताया, लेकिन कांग्रेस को सलाह दी कि वह अपनी चुनावी रणनीति पर फिर से विचार करे। भाकपा महासचिव डी. राजा ने भी कांग्रेस से आत्मचिंतन की अपील की और सभी सहयोगियों को साथ लेकर चलने का सुझाव दिया।
कांग्रेस ने महाराष्ट्र में सीट बंटवारे के लिए शिवसेना (यूबीटी) और राकांपा के साथ बातचीत जारी रखी है। कांग्रेस नेता रमेश ने गठबंधन धर्म की याद दिलाते हुए कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने महाराष्ट्र में पहला स्थान हासिल किया था। उन्होंने कहा, “हम अपने साथी दलों के बारे में कुछ नहीं कहेंगे। गठबंधन को मजबूत करना हमारा कर्तव्य है।”
इस स्थिति में, कांग्रेस को अपनी रणनीति को सुदृढ़ करने और आगामी चुनावों में बेहतर प्रदर्शन के लिए नए दिशा-निर्देशों की आवश्यकता महसूस हो रही है।