दिल्ली। नई दिल्ली में हुए केंद्रीय मंत्रीमंडल के बदलाव ने राजनीतिक दलों की रूचि को मोड़ दिया है। यह बदलाव तीन सदस्यीय मंत्रिमंडल के इस्तीफे के बाद हुआ है, जिसमें शामिल हैं कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद पटेल, और रेणुका सिंह। इनके स्थान पर आने वाले नए मंत्रियों का चयन करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस्तीफा मंजूर किया है और नए मंत्रिमंडल का नेतृत्व स्वीकार किया है।
झारखंड से नए केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को कृषि मंत्रालय का मुख्य होने का मौका मिला है। यह चयन एक प्रमुख कृषि राज्य के नेता को मंत्रीमंडल में प्रमुख बनाने का संकेत है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल के बदलाव के साथ ही, सुश्री शोभा करडनलजे को फूड प्रोसेसिंग मिनिस्ट्री का अतिरिक्त चार्ज दिया गया है, जिससे खाद्य उत्पादों के क्षेत्र में विकास के लिए उन्हें जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके साथ ही, राजीव चंद्रशेखर को राज्य मंत्री का प्रभार दिया गया है, जिसे जल शक्ति विभाग का मुखिया बनाया गया है।
इस बदलाव के चलते भारती पवार को राज्यमंत्री बनाया गया है, और उन्हें आदिवासी विभाग का चार्ज दिया गया है, जिससे उन्हें आदिवासी समुदायों के विकास और कल्याण की दिशा में काम करने का अवसर मिला है।
यह बदलाव भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के नेतृत्व के अद्यतित परिप्रेक्ष्य में आया है। नरेंद्र मोदी सरकार ने यह बदलावों को ताजगी और उत्साह से देखा जा रहा है, जो कृषि, खाद्य, और जल संबंधी क्षेत्रों में सुधारों की संकेत हैं।