भारतीय ज्योतिष में सूर्य और चंद्रमा का विशेष महत्व है. सूर्य को आत्मा और चंद्रमा को मन का कारक माना जाता है. कुंडली में इनकी स्थिति का व्यक्ति के जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है. अगर कुंडली में सूर्य या चंद्रमा कमजोर हों या अशुभ ग्रहों से पीड़ित हों, तो व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. ज्योतिषाचार्य रवि पाराशर चंद्रमा को मजबूत करने के कुछ अचूक उपाय यहां बता रहे हैं.
सूर्य को मजबूत करने के उपाय:
सूर्य को ग्रहों का राजा माना जाता है. यह तेज, ऊर्जा, आत्मविश्वास और पितृ का प्रतिनिधित्व करता है. अगर कुंडली में सूर्य कमजोर हों तो व्यक्ति को आत्मविश्वास की कमी, पितृ दोष, हृदय रोग और सरकारी कार्यों में बाधा जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. सूर्य को मजबूत करने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं.
नियमित रूप से सूर्य नमस्कार करें: सूर्य नमस्कार एक शक्तिशाली योगासन है जो शरीर को ऊर्जावान बनाता है और सूर्य की कृपा प्राप्त कराता है.
सूर्य को अर्घ्य दें: तांबे के पात्र में जल भरकर सूर्य को अर्घ्य देना अत्यंत शुभ माना जाता है. अर्घ्य देते समय सूर्य मंत्र का जाप करें.
रविवार का व्रत रखें: रविवार का व्रत सूर्य देव को समर्पित है. इस दिन नमक का सेवन न करें और सात्विक भोजन करें.
लाल वस्त्र धारण करें: लाल रंग सूर्य का प्रतीक है. रविवार के दिन लाल वस्त्र धारण करना शुभ होता है.
पिता का सम्मान करें: पिता सूर्य का प्रतिनिधित्व करते हैं. उनका सम्मान करने से सूर्य की कृपा प्राप्त होती है.
माणिक्य धारण करें: माणिक्य रत्न सूर्य का प्रतिनिधित्व करता है. इसे धारण करने से सूर्य की शक्ति बढ़ती है, लेकिन इसे किसी ज्योतिषी की सलाह के बाद ही धारण करें.
चंद्रमा को मजबूत करने के उपाय:
चंद्रमा मन, भावनाओं, माता और यात्रा का प्रतिनिधित्व करता है. अगर कुंडली में चंद्रमा कमजोर हो तो व्यक्ति को मानसिक तनाव, अनिद्रा, भावनात्मक अस्थिरता और माता से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. चंद्रमा को मजबूत करने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं.
सोमवार का व्रत रखें: सोमवार का व्रत चंद्रमा को समर्पित है. इस दिन सफेद वस्त्र धारण करें और चंद्र मंत्र का जाप करें.
चांदी धारण करें: चांदी चंद्रमा का प्रतीक है. इसे धारण करने से मन शांत होता है और भावनाओं में स्थिरता आती है.
माता का सम्मान करें: माता चंद्रमा का प्रतिनिधित्व करती हैं. उनका सम्मान करने से चंद्रमा की कृपा प्राप्त होती है.
मोती धारण करें: मोती रत्न चंद्रमा का प्रतिनिधित्व करता है. इसे धारण करने से मानसिक शांति मिलती है, लेकिन इसे भी किसी ज्योतिषी की सलाह के बाद ही धारण करें.
शिव की आराधना करें: भगवान शिव चंद्रमा के स्वामी हैं. उनकी आराधना करने से चंद्रमा की कृपा प्राप्त होती है.
पानी का सेवन अधिक करें: चंद्रमा जल तत्व का प्रतीक है. पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से मन शांत रहता है.
इन उपायों के अलावा, नियमित रूप से दान-पुण्य करना, गरीबों की सेवा करना और मंत्र जाप करना भी सूर्य और चंद्रमा की स्थिति को सुधारने में सहायक होता है.
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