दिल्ली। देशभर में ठंड ने अपनी पूरी ताकत से दस्तक दे दी है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 17 राज्यों में आगामी दिनों के लिए शीतलहर, भारी बारिश, बर्फबारी और घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है। इस मौसम में मौसम में तेजी से बदलाव होने के साथ साथ तापमान में गिरावट आ रही है। आने वाले दिनों में उत्तर भारत में कड़ी ठंड और दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है।
जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी और शीतलहर का अलर्ट
जम्मू-कश्मीर में आज से चिल्लई कलां का आगाज हो चुका है, जो एक 40 दिन का कड़ा सर्दी का दौर होता है। इस दौरान जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के ऊपरी इलाकों में भारी बर्फबारी होने की संभावना है, जबकि कश्मीर घाटी, श्रीनगर, गुलमर्ग, अनंतनाग, पहलगाम और शोपियां जैसे इलाकों में तापमान माइनस 10 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। इस दौरान यहां बर्फबारी का सिलसिला जारी रहेगा, जिससे पर्यटन उद्योग प्रभावित हो सकता है और स्थानीय जीवन में भी कुछ दिक्कतें हो सकती हैं। इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश के ऊंचे पहाड़ी इलाकों में भी 23 दिसंबर से बर्फबारी का अनुमान है। राजधानी शिमला, कुल्लू, मनाली, चंबा, और लाहौल-स्पीति के इलाकों में बर्फबारी की संभावना है। इससे राज्य में ठंड में और बढ़ोतरी हो सकती है।
उत्तर भारत में शीतलहर और ठंडी हवाएं
उत्तर भारत में इस समय शीतलहर और सूखी सर्दी का असर बढ़ता जा रहा है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, और राजस्थान जैसे राज्यों में तापमान में लगातार गिरावट देखी जा रही है। स्काईमेट के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर असर के कारण इन इलाकों में शीतलहर और शुष्क सर्दी का प्रकोप बढ़ेगा, लेकिन इस बार मौसम विभाग ने इस विक्षोभ को हल्का बताया है। इसका असर इन क्षेत्रों में ठंडी हवाओं को धीमा करने के रूप में हो सकता है, जिससे न्यूनतम तापमान में थोड़ी वृद्धि हो सकती है। हालांकि, उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में सर्दी की स्थिति और गंभीर हो सकती है। दिल्ली और एनसीआर में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है। 21 दिसंबर को दिल्ली में न्यूनतम तापमान 7.5 डिग्री सेल्सियस तक गिरा, जबकि अधिकतम तापमान 23.3 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान और गिर सकता है, और दिल्ली में घना कोहरा छा सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, 25 दिसंबर तक दिल्ली में शीतलहर की स्थिति बन सकती है और इसके चलते सुबह और शाम के समय घना कोहरा देखने को मिल सकता है।
दक्षिण भारत में भारी बारिश का अलर्ट
वहीं, दक्षिण भारत में भी मौसम के बदलाव का असर देखने को मिलेगा। दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक गहरे दबाव का क्षेत्र बन चुका है, जिससे ओडिशा, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है। यह दबाव पश्चिम बंगाल और उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश तक पहुंच सकता है। IMD ने 21 दिसंबर से 24 दिसंबर तक इन क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ-साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में आज रात से भारी बारिश हो सकती है, जबकि ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भी कुछ स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है। यह मौसम व्यवस्था चक्रवाती तूफान की स्थिति तक जा सकती है, जिससे स्थानीय स्तर पर भारी नुकसान हो सकता है। मछुआरों को भी समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है।
पूर्वी भारत में कोहरा और ठंड
पूर्वी भारत के राज्यों में जैसे बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, और असम में 24 दिसंबर तक घना कोहरा और ठंड बढ़ने का अनुमान है। यह कोहरा सुबह और शाम के समय विशेष रूप से दृश्यता में बाधा डाल सकता है। इसके चलते ट्रेनों और हवाई उड़ानों में भी देरी हो सकती है। इन राज्यों में सर्दी और कोहरे के कारण आम जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
समुद्र तटों पर मछुआरों के लिए चेतावनी
IMD ने मछुआरों को आगामी दिनों में समुद्र तटों से दूर रहने की सलाह दी है, खासकर ओडिशा, आंध्र प्रदेश, और तमिलनाडु के तटीय इलाकों में। वहां तेज हवाओं के साथ भारी बारिश और समुद्री तूफान की संभावना है। मछुआरों को यह सलाह दी गई है कि वे 25 दिसंबर तक समुद्र में न जाएं, ताकि वे सुरक्षित रह सकें।
आगामी सप्ताह में सर्दी
मौसम विभाग के अनुसार, अगले सप्ताह में शीतलहर और बर्फबारी का असर और बढ़ सकता है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण इन राज्यों में शीतलहर का असर ज्यादा बढ़ सकता है, जिससे तापमान में और गिरावट हो सकती है। ठंडी हवाएं पूरे उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में असर डाल सकती हैं और कई इलाकों में बर्फबारी हो सकती है।