International Human Solidarity Day 2024: हर साल 20 दिसंबर को International Human Solidarity Day मनाया जाता है. यह दिन दुनिया भर में गरीबी, असमानता और सामाजिक अन्याय जैसे वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के लिए एकजुटता, सहयोग और साझा जिम्मेदारी की भावना को प्रेरित करने का प्रयास करता है. UN ने इस दिन को 22 दिसंबर 2005 को मान्यता दी थी और तब से यह दिन मानवता की भलाई के लिए एकजुट होने को दर्शाता है.
22 दिसंबर 2005 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने आधिकारिक रूप से International Human Solidarity Day को मंजूरी दी. इस दिवस को लेकर 2005 में world summit में चर्चा हुई जिसके बाद अस्तित्व में आया. इस दिन का उद्देश्य एकजुटता को एक महत्वपूर्ण तत्व के रूप में प्रेजेंट करना है, जो 21वीं सदी में अंतर्राष्ट्रीय रिश्तों के निर्माण में सहायक हो.
संयुक्त राष्ट्र ने World Solidarity Fund की स्थापना भी की, जिसका उद्देश्य गरीब लोग और मानव विकास को बढ़ावा देना है. यह दिन सिद्ध करता है कि जब देशों और व्यक्तियों के बीच एकजुटता होती है, तब दुनिया की कई समस्याओं का हल संभव हो सकता है.
महत्व
- यह लोगों को विविधता में एकता का जश्न मनाने के लिए एकजुट करता है और सरकारों को उनके अंतर्राष्ट्रीय समझौतों की जिम्मेदारियों की याद दिलाता है.
- यह sustainable development goals (SDGs) को प्राप्त करने में एकजुटता की भूमिका पर जागरूकता फैलाने का प्रयास करता है, खासकर गरीबी लोगों में.
- यह गरीबी घटाने और सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने के लिए नए प्रयासों को प्रेरित करता है.
- यह व्यक्तियों को सामुदायिक सेवा में भाग लेने, चैरिटी कारणों का समर्थन करने और समानता व न्याय को बढ़ावा देने वाले सुधारों के लिए प्रोत्साहित करता है.
इवेंट्स
- दान और volunteer work को बढ़ावा दिया जाता है, जिससे लोग वैश्विक मुद्दों जैसे गरीबी, भूख, शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए मदद कर सकें.
- सोशल मीडिया कैंपेन और समुदाय चर्चाएं के जरिए टॉप वैश्विक मुद्दों पर जागरूकता फैलाने की कोशिश की जाती है.
- स्थानीय या अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ volunteer work करने से एकजुटता और साझी जिम्मेदारी का एहसास होता है.
- विभिन्न कार्यक्रमों और इवेंट्स के माध्यम से अलग-अलग संस्कृतियों के बीच harmony और सहयोग बढ़ाने का प्रयास किया जाता है.
कोट्स
- नेल्सन मंडेला: ‘हमारी मानव दया हमें एक-दूसरे से जोड़ती है – न कि दया के रूप में, बल्कि ऐसे मानव के रूप में जो एक साथ मिलकर अपने सामान्य दुखों को भविष्य की आशा में बदलने की कला सीख चुका है.’
- हेलेन केलर: ‘अकेले, हम बहुत कम कर सकते हैं; साथ में, हम बहुत कुछ कर सकते हैं.’
- फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट: ‘हमारे कल की वास्तविकता का एकमात्र सीमा हमारे आज के संदेह होंगे.’