लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने बीते मंगलवार को उपचुनाव के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी की, जिसके बाद राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। कांग्रेस पार्टी ने कहा कि गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर अभी चर्चा नहीं हुई है। कांग्रेस के इस बयान ने राजनीतिक परिदृश्य में नया आयाम जोड़ दिया है, जिससे अटकलों का दौर शुरू हो गया है।
हालांकि, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने अब उन सवालों का जवाब दिया है, जो पिछले करीब 24 घंटे से सस्पेंस बनाए हुए हैं। हरियाणा में कांग्रेस की हार के बारे में पूछे जाने पर अखिलेश यादव ने साफ लहजे में कहा कि वह आज इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि आज इस मुद्दे पर चर्चा करने का उपयुक्त दिन नहीं है।
अखिलेश यादव के बयान से सभी सस्पेंस हो गए खत्म
उपचुनावों के बारे में पूछे जाने पर समाजवादी पार्टी के नेता ने कुछ विस्तृत जवाब दिया। कांग्रेस पार्टी के साथ सीट बंटवारे और उम्मीदवारों की घोषणा के बारे में उन्होंने कहा कि, अभी कुछ कहने को नहीं है, लेकिन उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के साथ गठबंधन जारी रहेगा। अखिलेश यादव के बयान के साथ ही सभी सस्पेंस खत्म हो गए हैं, लेकिन सीटों के बंटवारे का मामला अभी भी अनसुलझा है।
सपा ने छह प्रत्याशियों की जारी की सूची
समाजवादी पार्टी ने बीते बुधवार को छह प्रत्याशियों की सूची जारी की। पार्टी ने करहल विधानसभा सीट से तेज प्रताप यादव, सीसामऊ विधानसभा सीट से नसीम सोलंकी, फूलपुर से मुस्तफा सिद्दीकी, मिल्कीपुर से अजीत प्रसाद, कटेहरी से शोभावती वर्मा और मंझवा विधानसभा सीट से डॉ. ज्योति बिंद को प्रत्याशी बनाया है।
फूलपुर और मझवां दो ऐसी सीटें हैं जिन पर कांग्रेस पार्टी ने दावा किया है। उत्तर प्रदेश में दस विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। दस खाली सीटों में से पांच- सीसामऊ, कटेहरी, करहल, मिल्कीपुर और कुंदरकी- समाजवादी पार्टी के पास थीं। वहीं फूलपुर, गाजियाबाद, मझवां और खैर भारतीय जनता पार्टी के कब्जे में थीं। गौरतलब है कि कांग्रेस ने उपचुनाव के लिए पांच सीटों की मांग की है।