रायपुर। राजधानी के रेलवे स्टेशन में वाहन पार्किंग ठेकेदार की मनमानी और इनके कर्मचारियों की मनमानी पर जाकर रोक लगने की उम्मीद जगी है। यात्रियों व उनके परिजनों से आए दिन होने वाले दुव्र्यवहार, गाली-गलौच, मारपीट तो यहां आम बात हो गई थी। वर्तमान में यहां पार्किंग कर्मचारियों की दादागिरी इस कदर बढ़ चुकी थी कि चार पहिया और दोपहिया वाहन चालकों से यहां जमकर अवैध वसूली हो रही थी। साथ ही प्राइवेट वाहनों के पहिए को जबरदस्ती लॉक कर अवैध वसूली की जाती है।
विश्वसनीय सूत्रों की माने तो इस बात की शिकायत उच्चाधिकारियों तक कई बार पहुंच चुकी थी। यहां तक कि रेलवे स्टेशन में तैनात जीआरपी और आरपीएफ स्टॉफ को भी इस बात की जानकारी के साथ शिकायत मिल रही थी। बावजूद इसके पार्किंग कर्मियों की मनमानी पर रोक लगाने किसी ने कोई कदम ही नहीं उठाया।
बढ़ते जनाक्रोश के बाद अब जाकर रेलवे के जिम्मेदारों की नींद खुली है। बताया जाता है कि यहां ठेकेदार के कर्मचारियों की मनमानी, दादागिरी-गुण्डागर्दी पर लगाम लगाने रेलवे अधिकारियों के साथ जिला प्रशासन की टीम, आरपीएफ और जीआरपी के अधिकारी के साथ ही डीआरएम आफिस से सीनियर डीसीएम, डीसीएम, मंडल सुरक्षा आयुक्त, एसआरपी, एडीएम और सीएसपी बैठक में शामिल होने पहुंचे है। उम्मीद है कि अब रेलवे स्टेशन की पार्किंग में होने वाली अवैध वसूली पर विराम लगेगा।