मलप्पुरम।विश्व की सबसे बुजुर्ग महिला कुंजीरुम्मा का 121 वर्ष की आयु में वृद्धावस्था की बीमारी के कारण शनिवार को वलांचेरी के पास पुकात्तिरी स्थित उनके आवास पर निधन हो गया। कुंजीरुम्मा ने स्पेन की मारिया ब्रान्यास (116) के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ते हुये गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला के रूप में अपना नाम सूचीबद्ध कराया।
कुंजीरुम्मा का जन्म दो जून, 1903 को हुआ था, वह मधुमेह, रक्तचाप या कोलेस्ट्रॉल जैसी कोई जीवनशैली स्वास्थ्य संबंधी बीमारियाँ से पीड़ति नहीं थीं। हालांकि, वह 115 साल की उम्र से घर के अंदर जाने के लिए व्हीलचेयर का इस्तेमाल करती थीं। वह आमतौर पर कांजी (चावल का दलिया) खाती थीं और कभी-कभी थोड़ी मात्रा में बिरयानी भी खाती थीं। उन्होंने 17 साल की उम्र में सैदाली से शादी की और मदरसे से केवल धार्मिक शिक्षा प्राप्त की।
उन्होंने 13 बच्चों को जन्म दिया, जिनमें से छह अभी भी जीवित हैं और उन्हें अपने वंश की सभी पांच पीढि़यों का प्यार मिला साथ ही वह अपने जीवन काल में 1921 में मालाबार विद्रोह ,खिलाफत आंदोलन और स्वतंत्रता संग्राम जैसी ऐतिहासिक घटनाओं की साक्षी बनी।