नई दिल्ली / अयोध्या के राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। सोमवार को वह राम नगरी में 5 घंटे तक रहेंगे और शुभ समारोहों व सार्वजनिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। पीएम मोदी प्राण प्रतिष्ठा के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और पहले से ही 11 दिनों का विशेष अनुष्ठान कर रहे हैं। इसमें बिस्तर छोड़कर फर्श पर सोना और नारियल पानी सेवन करने जैसे नियम शामिल हैं। सूत्रों के हवाले से बताया गया कि पीएम मोदी प्रतिदिन ब्रह्म मुहूर्त में जागकर 1 घंटा 11 मिनट तक मंत्र का जाप करते हैं।
पीएम मोदी ने आज यानी रविवार को तमिलनाडु के धनुषकोडी में श्री कोठंडारामस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना की और अरिचल मुनाई भी गए। कहा जाता है कि अरिचल मुनाई वह स्थान है जहां राम सेतु का निर्माण हुआ था। कोठंडाराम का अर्थ है धनुषधारी राम। शनिवार को उन्होंने श्रीरंगम और रामेश्वरम में श्री रंगनाथस्वामी और अरुल्मिगु रामनाथस्वामी मंदिरों का दौरा किया था। रामायण से जुड़े तमिलनाडु के मंदिरों का उनका दौरा प्राण प्रतिष्ठा समारोह से ठीक पहले हो रहा है।
चलिए जानते हैं कि पीएम मोदी का 22 जनवरी को क्या शेड्यूल है…
10:25 AM: अयोध्या एयरपोर्ट पर आगमन होगा।
10:55 AM: राम जन्मभूमि परिसर में हेलीकॉप्टर से आएंगे।
11:00 AM-12:00 PM: राम जन्मभूमि परिसर का भ्रमण।
12:00 PM: गर्भगृह से पहले परिसर के अंदर 8000 से अधिक विशेष आमंत्रित लोग बैठेंगे।
12:05 PM-12:55 PM: प्राण प्रतिष्ठा समारोह चलेगा।
12:55 PM: मंदिर पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा होगा।
1:00 PM-2:00 PM: पीएम मोदी, मोहन भागवत और योगी आदित्यनाथ का सार्वजनिक भाषण।
2:10 PM: राम जन्मभूमि परिसर के अंदर कुबेर टीला जाएंगे प्रधानमंत्री।
3:30 PM: अयोध्या से प्रस्थान करने की उम्मीद।
शाम को 10 लाख दीपों से जगमग होगी अयोध्या
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह पूरा होने के बाद 22 जनवरी की शाम अयोध्या 10 लाख दीपों से जगमगाएगी। अधिकारियों ने बताया कि मकानों, दुकानों, प्रतिष्ठानों और पौराणिक स्थलों पर राम ज्योति प्रज्ज्वलित की जाएगी। अयोध्या सरयू नदी के तटों की मिट्टी से बने दीपों से रोशन होगी। प्राण-प्रतिष्ठा समारोह पूर्ण होने के बाद राम ज्योति प्रज्ज्वलित कर दीपावली मनाई जाएगी। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी आरपी यादव ने बताया कि 22 जनवरी की शाम 100 प्रमुख मंदिरों और सार्वजनिक स्थलों पर दीप जलाए जाएंगे और इसकी तैयारी पूरी हो चुकी है। सरकार की मंशा के अनुरूप दीप जलाए जाएंगे तो इसमें स्थानीय कुम्हारों की मदद ली जा रही है और उनसे दीपों को खरीदा जा रहा है।