अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है। अब हर किसी को प्रभु श्रीराम का इंतजार खत्म हुआ । 16 जनवरी को विशेष पूजा-अर्चना शुरू और रामलला की मूर्ति भी गर्भगृह में रख दी गई है। 21 जनवरी तक हर दिन अलग-अलग विधि विधान से अनुष्ठान हुए और आज भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए शुभ मुहूर्त 84 सेकेंड का है, जो 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से शुरू होकर 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक रहेगा.23 जनवरी से श्रद्धालुओं के लिए मंदिर दर्शन का समय सुबह 7 बजे 11:30 बजे तक और फिर दोपहर 2 बजे से शाम 7 बजे तक रहेगा.राम मंदिर में सुबह की आरती 6:30 बजे होगी, जिसे श्रृंगार या जागरण आरती कहा जा रहा है. इसके बाद दोपहर में भोग आरती और शाम 7:30 बजे संध्या आरती होगी. आरती में शामिल होने के लिए पास की आवश्यकता होगी.अयोध्या में होगी पुष्प वर्षाशुरुआत उत्तर प्रदेश से करते हैं, जहां पर भव्य आयोजन की तैयारी की गई है. प्राण प्रतिष्ठा के दौरान 22 जनवरी को एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर्स अयोध्या के राम मंदिर पर पुष्प वर्षा करेंगे. इस क्रम में होगासबसे पहले नित्य पूजन हवन पारायण, फिर देवप्रबोधन, उसके बाद प्रतिष्ठापूर्वकृत्य, फिर देवप्राण प्रतिष्ठा, महापूजा, आरती, प्रासादोत्सर्ग, उत्तरांगकर्म, पूर्णाहुति, आचार्य को गोदान, कर्मेश्वरार्पणम, ब्राह्मणभोजन, प्रैषात्मक पुण्याहवाचन, ब्राह्मण दक्षिणा दानादि संकल्प, आशीर्वाद और फिर कर्मसमाप्ति होगी.10 बजे से होगा मंगल ध्वनि का भव्य वादन
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के अनुसार, भक्ति भाव से विभोर अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि पर होने वाली प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रातःकाल 10 बजे से ‘मंगल ध्वनि’ का भव्य वादन होगा. 50 से ज्यादा मनोरम वाद्ययंत्र, विभिन्न राज्यों से लगभग 2 घंटे तक इस शुभ अवसर का साक्षी बनेंगे. अयोध्या के यतीन्द्र मिश्र इस भव्य मंगल वादन के परिकल्पनाकार और संयोजक हैं, जिसमें केंद्रीय संगीत नाटक अकादमी, नई दिल्ली ने सहयोग किया है.ट्रस्ट ने कहा है कि यह भव्य संगीत कार्यक्रम हर भारतीय के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर का प्रतीक है, जो प्रभु श्री राम के सम्मान में विविध परंपराओं को एकजुट करता है.