Bhilai News : गांधी नगर चरोदा निवासी रामाराव नरम पिछले पांच सालों से गुर्दे के बीमारी नेफ्रोटिक सिंड्रोम से पीड़ित है। रामाराव जी 2-3 सप्ताह से खाना खाने के बाद बार- बार उल्टी एवं वजन में कमी की शिकायत से डॉ. विजय वच्छानी के देख रेख में भर्ती हुएं। इनका बाहर एसिडिटी (गैस) की तरह इलाज हो रहा था।
पर कोई फायदा नहीं था। पेट रोग से संबन्धित बीमारी होने के कारण पेट रोग विशेषज्ञ को रेफर किया गया।
तब डॉ. आशिष पी. दुधे ( पेट, आंत, लीवर रोग विशेषज्ञ) ने मरीज का जी. आई. एंडोस्कोपी जांच किया तब पता चला की पेट और छोटी आंत के पहले हिस्से में 80%
ब्लॉकेज हो गई थी, ब्लॉकेज होने के कारण खाना अंदर नही जा था। इनका बायोप्सी कराने पर पता चला की स्ट्रांगाइलोइड्स स्टेरकोरेलिस (Strongyloides Stercoralis) नामक कीड़ा पूरे पेट में फैल गया था
यह बीमारी लाखों में 1 मरीज को होता है तब डॉ. आशिष पी. दुधे ने मरीज को आइवरमेक्टिन (Ivermectin) दवाई देकर पहले पेट से कीड़े को खत्म किया। तथा मरीज को धीरे धीरे पानी (लिक्वड डाइट) उसके बाद सॉफ्ट डाइट से फिर नॉर्मल डाइट दे कर मरीज को पूरे तरह स्वस्थ किया।
डॉ. विजय वच्छानी (किडनी रोग विशेषज्ञ) के अनुसार- मरीज रामा राव 5 सालों से गुर्दे के बीमारी नेफ्रोटिक सिंड्रोम से पीड़ित है इस बीमारी में पेशाब में प्रोटीन अत्याधिक मात्रा में जानें लगता हैं। इसके इलाज के लिए मरीज लंबे समय से अपने हिसाब से स्टीरॉयड (Steroids) की दवा ले रहा था।
यह मरीज एक महीने से उल्टी और पेट में दर्द, वजन कम होने की वजह से परेशान था। इसका बाहर एसिडिटी (गैस) की तरह इलाज हो रहा था। पर कोई फायदा नहीं था। पेट रोग के बीमारियों को देखते हुए मैंने डॉ. आशिष पी. दुधे ( पेट, आंत, लीवर रोग विशेषज्ञ) को केस रेफर किया।
डॉ. आशिष पी. दुधे ( पेट, आंत, लीवर रोग विशेषज्ञ) के अनुसार- जब मैंने मरीज को देखा तो खान खाने के बाद मरीज को 2-3 सप्ताह से उल्टी एवं वजन कम होने की शिकायत बताया। तब मैंने मरीज का जी. आई. इंडोस्कोपी किया। तब पता चला की यह एक जटिल बीमारी है जिसमें लाखों मरीज में एक मरीज को होता है।
मैंने देखा की मरीज के पेट और छोटी आंत के पहले हिस्से में 80% ब्लाक हो गई थी और खाना अंदर नहीं जा रहा था। बायोप्सी करने पर पता चला की स्ट्रांगाइलोइड्स स्टेरकोरेलिस (Strongyloides Stercoralis) नामक कीड़ा पूरे पेट में फैल गया था। तब मैंने आइवरमेक्टिन (Ivermectin) दवाई देकर पहले पेट से कीड़े