रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य पावर कंपनी में अध्यक्ष बनने की दौड़ शुरू हो गई है। खबर है कि इस दौड़ में पावर कंपनी के कई अधिकारी दावेदार है, उन सभी को पछाड़ते हुए कुछ पूर्व सीएम के करीबी रहे अधिकारी के साथ सत्ता परिवर्तन के बाद लगातार एक पूर्व अध्यक्ष को देखा जा रहा है।
छत्तीसगढ़ में सरकार बदलते ही कांग्रेस के भूपेश सरकार में छत्तीसगढ़ राज्य पावर कंपनी में अध्यक्ष रहे पूर्व अधिकारी ने पावर कंपनी में फिर से अध्यक्ष बनने पुन: सक्रिय हो गए हैं। वे इस बार पूर्व मुख्यमंत्री के विशेष कर्तव्य अधिकारी रहे विवेक सक्सेना का सहारा ले रहे हैं।
इनके माध्यम से वह सत्तापक्ष के कई नेताओं से संपर्क साध चुके हैं। जैसा की होता आया है कि प्रदेश में सरकार बदलने के बाद सत्ता में पद चाहने वाले लोग पुन: सक्रिय हो गए हैं। ऐसे लोग यह भी नहीं देख रहे हैं कि वे कांग्रेस के शासनकाल में पद रहने के बाद भी भाजपा सरकार में पद पाने एड़ीचोटी का जोर लगा रहे हैं।
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस के भूपेश बघेल सरकार में छत्तीसगढ़ राज्य पावर कंपनी में अध्यक्ष के पद पर कार्य कर चुके शैलेंद्र शुक्ला इस पद को पुन: पाने एड़ीचोटी को जोर लगा रहे हैं। इसके लिए वे भाजपा के बड़े नेताओं से संपर्क करने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह का विशेष कर्तव्य रहे विवेक सक्सेना का सहारा ले रहे हैं।
वे हर जगह विवेक सक्सेना को ही साथ लेकर जाते हैं। इसे लेकर भाजपा में प्रतिक्रिया भी शुरू हो गई है और विवेक सक्सेना के इस रवैये को लेकर नाराज हैं। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ राज्य पावर कंपनी में अध्यक्ष रहे शैलेंद्र शुक्ला को तत्कालीन भूपेश बघेल सरकार ने किसी विवाद के चलते कार्यकाल पूरा होने के पहले ही हटा दिया था। कहा तो यहां तक जाता है कि उन्हें कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी के कहने पर ही यह पद सौंपा था।