नोटिस का जवाब देने के बजाय फिर से आरोप लगाकर सुर्खियों में बने हुए
रायपुर। प्रदेश में कांग्रेस की बुरी तरह हार को लेकर प्रदेश प्रभारी सैलजा और पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव के खिलाफ सार्वजनिक रूप से जिम्मेदार होने का आरोप लगाया था। इस मामले में बृहस्पत सिंह ने नोटिस का जवाब देने के बजाय फिर से गंभीर आरोप लगाकर सुर्खियों में बने हुए है।
पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह को पार्टी नेताओ् की आलोचना को लेकर जो नोटिस मिला है वो बेअसर दिखाई दे रहा है।य़ । बृहस्पत सिंह नोेटिस का जवाब देने के बजाय फिर से गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने एक बार फिर से कुमारी शैलजा और टीएस सिंहदेव पर प्रहार किया है
उन्होंने दोनों नेताओ को हार का जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि टीएस सिंहदेव का इस्तीफा देना और फिर चार पन्नों का पत्र जारी करना पार्टी के लिए नुकसानदेह साबित हुआ। इस दौरान सिंहदेव लगातार सरकार के खिलाफ बयान दे रहे थे। लेकिन इन चीजों की जानकारी कुमारी शैलजा ने हाईकमान को नहीं दी। इन्ही वजहों से पार्टी की प्रदेश में हार हुई।
कांग्रेस पार्टी ने भले ही अपने नेताओं को सार्वजनिक बयानबाजी और बड़े नेताओ के पर टीका-टिप्पणी नहीं करने की नसीहत दी हो लेकिन इस नसीहत का पूर्व विधायक और सरगुजा के नेता बृहस्पत सिंह पर असर पड़ता दिखाई नहीं दे रहा है। पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह लगातार प्रदेश की प्रभारी कुमारी शैलजा और पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव पर हमलावर है।