बिलासपुर। प्रदेश में स्कूल शिक्षा विभाग की उदासीन रवैये से कई स्कूलों की हालत बदतर होती जा रही है और बच्चों का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है। प्रशासनिक उदासीनता के चलते स्कूलों की मानिटरिंग नहीं की रही है जिसके चलते शिक्षकों की मनमानी दिनप्रतिदन बढ़ता ही जा रहा है। प्रदेश के सभी स्कूलों में सफाई कर्मियों की नियुक्ति की गई है लेकिन सफाई कर्मियों से स्कूलों की सफाई नहीं कराई जा रही है बल्कि स्कूली बच्चे स्कूल की सफाई कर रहे हैं । सरकंडा मुक्तिधाम स्थित पंडित रामदूलारे आत्मानंद स्कूल में बच्चे सुबह पढ़ाई के बजाए स्कूल में झाड़ू-पोछा लगवाने का वीडियो वायरल हुआ है।
मामला सरकंडा स्थित पंडित राम दुलारे दुबे स्वामी आत्मानंद स्कूल का
वीडियो में स्कूली बच्चे पढ़ाई-लिखाई की बजाय साफ सफाई करते दिख रहे हैं. वहीं शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने विद्यार्थियों से साफ सफाई कराने को गलत बताते हुए मामले की जांच कर कार्रवाई की बात कही है. यह मामला सरकंडा मुक्तिधाम के सामने स्थित पंडित राम दुलारे दुबे स्वामी आत्मानंद स्कूल का है।जिले समेत शहर के कई स्कूलों का रंगरोगन कर डिजिटल क्लॉस रूम बनाकर बच्चों को बेहतर बुनियादी शिक्षा देने आत्मानंद स्कूल का दर्जा दिया गया है. लेकिन अब इन स्कूलों में बच्चों को पढ़ने के लिए कॉपी-किताब देने के बजाए उनके हाथों में झाडू और पोंछा धमाकर उनसे कक्षा और स्कूल परिसर की सफाई कराई जा रही है. शहर के सरकंडा मुक्तिधाम स्थित पंडित रामदूलारे आत्मानंद स्कूल में बच्चे सुबह पढ़ाई के बजाए स्कूल में झाड़ू-पोछा और साफ-सफाई का काम करते नजर आए।
बच्चों ने बताया कि इसी तरह प्रतिदिन सफाई करते हैं
बच्चों ने बताया कि वो प्रतिदिन इसी तरह सफाई करते हैं. सुबह स्कूल की कक्षा भी नहीं लगी थी. बच्चे पहले टेबल कुर्सी को कमरे से बाहर निकालकर कक्षा में झाड़ू लगाने के बाद पोंछा भी लगाते रहे. जबकि स्कूल में सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है. इसके बाद भी स्कूल प्रबंधन द्वारा बच्चों से यहां साफ-सफाई का कार्य कराया जा रहा है। वहीं वीडियो सामने आने के बाद आत्मानंद स्कूल के नोडल अधिकारी डॉ. अनिल तिवारी ने जांच कमेटी बनाई है। जिसकी रिपोर्ट के आधार पर जिम्मेदार पर कार्रवाई की जाएगी।