गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में बेमौसम बरसात ने बढ़ाई किसानों की परेशानी , किसानों के खेत में धान की फसल हुई खराब । दरअसल चक्रवाती तूफान के चलते छत्तीसगढ़ में भी तीन दिनों तक बारिश होती रही जिसके चलते किसानों के खेत में रखें धान के फसल पानी में डूब गए और किसान धान को निकाल नहीं पाए। पानी और तूफान के कारण किसानों के खेत में जो फसल रखी हुई थी वह ज्यादातर खराब हो चुकी है।
छत्तीसगढ़ के गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के सीमांत गांव आमगांव में भी काफी नुकसान हुआ, चूंकि यहां के लोगों का मुख्य काम खेती किसानी ही है और खेती पर ही लोग निर्भर रहते हैं पर जिस तरह से बेमौसम बरसात हुई और किसानों की फसल बर्बाद हुई तो अब किसानों को डर सताने लगा है कि उनका आगे जीवन गुजारा कैसे होगा?
इस क्षेत्र की ज्यादातर लोग एकल फसल करते हैं और इनकी आय मुख्य रूप से धान की खेती से ही अर्जित करते हैं और इस पर निर्भर रहते हैं पर ज्यादातर फसल खराब हो चुकी है और अब इन लोगों को डर सताने लगा है कि साल भर किस तरह से इनका गुजारा होगा और किस तरह से अपने परिवार का जीवन यापन करेंगे !