रायपुर। सरगुजा संभाग में बीजेपी ने पांच साल में वापसी कर सबकों चकित कर दिया है। सरगुजा की 14 सीूटों में 13 सीटों परचम लहराने के करीब पहुंच चुकी है। पूर्ण मिला बहुमत की ओरआज यह साफ हो जाएगा कि छत्तीसगढ़ में किसकी सरकार बन रही है। प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव के लिए 3 दिसंबर रविवार को मतगणना जारी है।
इसी बीच छत्तीसगढ़ के विधानसभा क्षेत्र कवर्धा सीट से राउंड 6 में भाजपा प्रत्याशी विजय शर्मा 12092 वोटों से आगे चल रहे हैं। वहीं कांग्रेस के मोहम्मद अकबर पीछे चल रहे हैं। पंडरिया सीट की बात करें तो यहां भी राउंड 6 में भाजपा के भावना बोहरा कुल 500 मतों से आगे चल रही हैं। वहीं कांग्रेस के नीलू चंद्रवंशी पीछे चल रहे हैं। अगर हम सरगुजा संभाग के विधानसभा के सीटों की बात करें तो यहां भी भाजपा पूर्ण बहुमत से आगे चल रही है।
सरगुजा संभाग-
सीट- अंबिकापुर
भाजपा- आगे
8169 वोटो से उपमुख्यमंत्री पीछे
सीट- प्रतापपुर
राउंड- 9
भाजपा- 5922 से आगे
सीट- बैकुंठपुर
राउंड- 07
भाजपा- आगे
भईया लाल राजवाड़े 16,320 वोट से आगे
सीट- रामानुजगंज
राउंड- 9
भाजपा- आगे
रामविचार नेताम 17537 वोट से आगे
सीट- भटगांव
राउंड- 6
भाजपा- 11069 से आगे
सीट- सामरी
राउंड-7
कांग्रेस आगे
विजय पैकरा 4097 वोट से आगे
सीट- सीतापुर
भाजपा- आगे
खाद्य मंत्री करीब 7 हजार वोटों से पीछे
सीट- भरतपुर सोनहत
राउंड- 5
भाजपा – 2614 वोट से आंगे
सीट- कुनकुरी
राउंड- 11
बीजेपी 12373 वोट से आगे
सीट- भटगांव
राउंड- 07
भाजपा- 14124 लक्ष्मी राजवाड़े आगे
सीट-रामानुजगंज
राउंड-10
भाजपा 18088 वोट से आगे
सीट- पत्थलगांव
राउंड- 12
7657 वोट से बीजेपी गोमती साय आगे
सीट -सामरी
राउंड-8
कांग्रेस आगे 3246 वोट से
बता दें कि इस वर्ष 2023 में छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव दो चरणों में हुए। पहले चरण का मतदान 7 नवंबर और दूसरे चरण का चुनाव 17 नवंबर को हुए। पहले चरण में 20 सीटों पर और दूसरे चरण में 70 सीटों पर मतदान हुए। वहीं विधानसभा चुनाव में कुल 76.31 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। पहले चरण में 70.87 प्रतिशत और वहीं दूसरे चरण में 75.08 मतदान हुआ था।
वहीं बीते पंचवर्षीय 2018 की बात करें तो उस वक्त भी छत्तीसगढ़ विधान सभा चुनाव दो चरणों में हुआ था। विधानसभा के कुल 90 सीटों में से पहले चरण का चुनाव 18 सीटों के लिए 12 नवंबर 2018 को हुआ था और और दूसरा चुनाव 72 सीटों के लिए 20 नवंबर को हुआ था। भाजपा के खिलाफ कांग्रेस को 68 सीटें जीतकर भारी जीत मिली। बता दें कि 15 साल बाद कांग्रेस को सत्ता में जगह मिली। वहीं भाजपा की बात करें तो 15 साल बाद भाजपा को करारा हार का सामना करना पड़ा था।