उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने हलाल सर्टिफाइड प्रॉडक्ट्स पर प्रतिबंध लगा दिया। आरोप लगाया है कि इसके नाम पर करोड़ों रुपये की अवैध कमाई की जा रही है। इन पैसों से आतंकवादी संगठनों को भारत विरोधी गतिविधियों के लिए फंडिंग की जा रही है। एफआईआर के मुताबिक, हलाल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड चेन्नई, जमीयत उलेमा हिन्द हलाल ट्रस्ट दिल्ली, हलाल काउंसिल ऑफ इंडिया मुम्बई, जमीयत उलेमा महाराष्ट्र मुम्बई आदि द्वारा एक धर्म विशेष के ग्राहकों को मजहब के नाम से कुछ उत्पादों पर हलाल प्रमाणपत्र प्रदान कर उनकी ब्रिकी बढ़ाने के लिए आर्थिक लाभ लेकर अवैध कारोबार चलाया जा रहा है।
क्या है हलाल सर्टिफिकेट?
हलाल सर्टिफिकेशन पहली बार 1974 में वध किए गए मांस के लिए शुरू किया गया था और 1993 तक इसे केवल मांस उत्पादों पर लागू किया गया था। फिर इसे अन्य खाद्य पदार्थों और सौंदर्य प्रसाधनों, दवाओं आदि तक भी लागू कर दिया गया। अरबी में हलाल का अर्थ है अनुमति प्राप्त और हलाल-प्रमाणित से तात्पर्य इस्लामी कानून का पालन करते हुए तैयार किए गए भोजन से है। हलाल मांस एक ऐसे जानवर के मांस है जिसे गले की नसों को काटकर यानि जिबह करके मारा गया है। उसे रीढ़ की हड्डी से काटकर यानि झटका से नहीं मारा गया है।
हलाल पर प्रतिबंध को सुप्रीम कोर्ट में याचिका
2022 में उच्चतम न्यायालय में एक याचिका दायर कर हलाल प्रमाणीकरण पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की गई थी और कहा गया था कि 15% आबादी की वजह से 85% नागरिकों के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है।
चलती ट्रेन में हुआ था विवाद
ट्रेन में हलाल-प्रमाणित चाय परोसे जाने से नाराज एक यात्री और रेलवे के एक कर्मी के बीच तीखी नोकझोंक का वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में यात्री को रेलवे कर्मचारी से सवाल करते सुना जा सकता है कि हलाल-प्रमाणित चाय क्या है और इसे सावन के महीने में क्यों परोसा जा रहा है। कर्मचारी नाराज यात्री को समझा रहे हैं कि चाय वैसे भी शाकाहारी है। यात्री ने रेलवे अधिकारी से पूछा, ‘सावन का महीना चल रहा है और आप हमें हलाल-सर्टिफाइड चाय पिला रहे हैं? पैकेट की जांच करते हुए अधिकारी ने पूछा, ‘यह क्या है? यात्री ने कहा, ‘आप जानते हैं, आप समझाएं कि हलाल-प्रमाणित क्या है। हमें यह पता होना चाहिए। हम आईएसआई प्रमाण-पत्र जानते हैं, आप बताएं कि हलाल प्रमाण-पत्र क्या है।
रेलवे कर्मी ने कहा, ‘यह मसाला चाय प्रीमिक्स है। मैं समझाता हूं। यह 100% शाकाहारी है। इस पर यात्री ने कहा, ‘लेकिन हलाल प्रमाणित क्या है? मुझे इसके बाद पूजा करनी होगी। रेलवे कर्मचारी ने कहा, ‘क्या आप वीडियो बना रहे हैं? यह 100% शाकाहारी है। चाय शाकाहारी ही होती है सर। यात्री ने कहा, ‘मुझे कोई धार्मिक प्रमाण-पत्र नहीं चाहिए। कृपया इन भावनाओं को ध्यान में रखें। फिर स्वास्तिक प्रमाण-पत्र लगाएं। स्टाफ ने कहा, ‘ठीक है, इसका ध्यान रखूंगा।