Mahakumbh 2025: महाकुंभ हिंदू धर्म का सबसे पवित्र त्योहार माना जाता है. हर 12 साल में आयोजित होने वाले इस मेले में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु भाग लेने आते हैं. इस बार प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन हो रहा है, जहां करोड़ों लोग गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर डुबकी लगाएंगे.
महाकुंभ का पहला शाही स्नान 14 जनवरी को होगा. अगर आप भी इस भव्य मेले में हिस्सा लेने जा रहे हैं, तो त्रिवेणी घाट से स्नान के बाद कुछ पवित्र चीजें जरूर घर लेकर आएं. ऐसा माना जाता है कि ये चीजें न केवल ग्रह दोष और वास्तु दोष को समाप्त करती हैं, बल्कि घर में सुख-शांति भी लाती हैं.
गंगा घाट की पवित्र मिट्टी
गंगा घाट की मिट्टी को बेहद शुभ और पवित्र माना जाता है. महाकुंभ में स्नान करने के बाद इस मिट्टी को घर लाना चाहिए. इसे तुलसी के पौधे में डालें या पूजा स्थल पर रखें. ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और वास्तु दोष समाप्त हो जाता है.
त्रिवेणी घाट का जल
त्रिवेणी घाट का जल आध्यात्मिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है. इसे घर लाने से ग्रह दोष दूर होते हैं और मन को शांति मिलती है. आप इसे धार्मिक कार्यों में इस्तेमाल कर सकते हैं या इसे नहाने के पानी में मिलाकर मानसिक तनाव से मुक्ति पा सकते हैं.
तुलसी माला और रुद्राक्ष
तुलसी माला और रुद्राक्ष को हिंदू धर्म में विशेष स्थान प्राप्त है. इसे घर लाने से नकारात्मकता दूर होती है और सुख-समृद्धि आती है. अगर साधु-संतों से रुद्राक्ष प्राप्त हो, तो यह और भी शुभ माना जाता है.
महाकुंभ का प्रसाद
महाकुंभ में संगम स्नान के बाद पास के मंदिरों में दर्शन करना अत्यंत शुभ होता है. वहां से प्रसाद को ‘दिव्य भोग’ कहा जाता है. इस प्रसाद को घर लाने से ईश्वरीय आशीर्वाद प्राप्त होता है और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है.
महाकुंभ के पवित्र फूल
महाकुंभ के दौरान त्रिवेणी घाट या मंदिरों में मिले फूलों को घर लाना बहुत शुभ माना जाता है. खासतौर पर अगर ये फूल साधु-संतों से प्राप्त हों, तो इनका महत्व और बढ़ जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ये फूल घर में शांति, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा लाते हैं.