World Hindi Day 2025: हिंदी दुनिया की तीसरी सबसे बोली जाने वाली भाषा है. हिंदी भाषा, मैनडरीन चाइनीज और अंग्रेजी के बाद सबसे ज्यादा बोली जाती है. कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, दुनिया भर में हिंदी बोलने वालों की संख्या 600 मिलियन से ज्यादा है. हिंदी भाषा के महत्व को बढ़ाने और इसके प्रचार-प्रसार के लिए हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस (Vishwa Hindi Diwas) मनाया जाता है. वहीं राष्ट्र्रीय हिंदी दिवस 14 सितंबर को मनाया जाता है.
विश्व हिंदी दिवस का उद्देश्य हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ इसके महत्व को बढ़ाना है. यह दिन हिंदी के लेखकों, विद्वानों और भाषाशास्त्रियों की सराहना करने का एक खास प्लेटफॉर्म भी है. यह हिंदी को दुनिया भर में एक पहचान दिलाने के लिए मनाया जाता है, ताकि हिंदी बोलने वालों की संख्या में इजाफा हो और इसे वैश्विक मंचों पर अधिक माना जाए.
विश्व हिंदी दिवस 2025 का थीम
विश्व हिंदी दिवस 2025 का थीम है – ‘एकता और सांस्कृतिक गर्व की वैश्विक आवाज’. इस थीम का उद्देश्य हिंदी भाषा के माध्यम से वैश्विक स्तर पर संवाद और सांस्कृतिक विनिमय को बढ़ावा देना है.
राष्ट्रीय हिंदी दिवस और विश्व हिंदी दिवस में अंतर
हिंदी दिवस साल में दो बार मनाया जाता है – राष्ट्रीय हिंदी दिवस (14 सितंबर) और विश्व हिंदी दिवस (10 जनवरी). राष्ट्रीय हिंदी दिवस हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता मिलने की याद में मनाया जाता है. 14 सितंबर 1949 को भारतीय संविधान सभा ने हिंदी को देश की आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया था और तभी से यह दिन मनाया जाता है. वहीं, विश्व हिंदी दिवस का उद्देश्य हिंदी के प्रचार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देना है. यह दिन हिंदी की वैश्विक पहचान को मजबूती देने और इसकी वैश्विक भाषा के रूप में बढ़ती भूमिका को मान्यता देने के लिए मनाया जाता है.
हिंदी दिवस का उद्देश्य?
विश्व हिंदी दिवस पर लोग हिंदी के महत्व को समझते हैं और इसके प्रसार के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. यह दिन न सिर्फ भारत में, बल्कि विदेशों में भी हिंदी को बढ़ावा देने का अवसर होता है. इस दिन हिंदी भाषी देशों में सांस्कृतिक कार्यक्रम, साहित्यिक कार्यक्रम और भाषण होते हैं, ताकि हिंदी के प्रति लोगों का प्रेम और सम्मान बढ़ सके.
विश्व हिंदी दिवस 2025 का उद्देश्य हिंदी को एक वैश्विक पहचान दिलाना है और इस दिन को हिंदी भाषा के महत्व को बढ़ाने और उसके प्रसार को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है. अगर आप भी हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार में योगदान देना चाहते हैं, तो यह दिन आपके लिए एक खास अवसर है.