Manmohan Singh Death: भारत सरकार पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की मृत्यु के कारण 7 दिनों का राष्ट्रीय शोक घोषित कर सकती है. डॉ. सिंह का निधन 92 वर्ष की आयु में गुरुवार रात हुआ, जिससे पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई. सूत्रों के अनुसार, पूर्व प्रधानमंत्री के अंतिम संस्कार को राज्य सम्मान के साथ किया जाएगा. इस खबर के बाद से इंटरनेट पर यह सवाल उठ रहा है कि 27 दिसंबर, शुक्रवार यानी आज क्या बैंक बंद रहेंगे?
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) हर साल सरकारी कार्यक्रमों, राष्ट्रीय छुट्टियों और स्थानीय त्योहारों के आधार पर बैंक की छुट्टियों की लिस्ट जारी करता है. देशभर में बैंक हॉलिडे अलग-अलग राज्य में अलग-अलग होते हैं, लेकिन कुछ छुट्टियां ऐसी होती हैं जो पूरे देश में मनाई जाती हैं.
सरकारी सूत्रों के अनुसार, 27 दिसंबर को सभी सरकारी कार्यक्रम रद्द कर दिए जाएंगे. हालांकि, अब तक यह साफ नहीं है कि इस दिन बैंकों की छुट्टी होगी या नहीं. सरकारी शोक की वजह से बैंकों के बंद रहने की संभावना बनी हुई है, लेकिन इसका अभी कोई आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है.
शोक दिवस पर क्या बदलाव होंगे?
राष्ट्रीय शोक के इस दिन पूरे देश में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा. सभी सरकारी और सार्वजनिक भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका दिया जाएगा. इसके अलावा, उस दिन कोई भी आधिकारिक मनोरंजन कार्यक्रम नहीं होगा.
डिजिटल बैंकिंग जारी रहेगी
हालांकि, अगर बैंक 27 दिसंबर को बंद होते हैं, तो भी ग्राहकों के लिए डिजिटल बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध रहेंगी. यूपीआई, आईएमपीएस, नेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग जैसी डिजिटल भुगतान सेवाएं बिना किसी रुकावट के काम करती रहेंगी. आप आसानी से बिल भुगतान, पैसे ट्रांसफर, होटल और यात्रा के टिकट बुकिंग और चेकबुक मंगवाने जैसे कार्य ऑनलाइन कर सकते हैं.
मनमोहन सिंह का निधन
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन गुरुवार रात हुआ, वे उम्र संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे. उन्हें अचानक बेहोशी की स्थिति में दिल्ली के AIIMS अस्पताल लाया गया, जहां उनकी मृत्यु हो गई. डॉ. सिंह ने इस साल की शुरुआत में राज्यसभा से इस्तीफा दिया था और 33 साल तक राज्यसभा के सदस्य रहे थे.
मनमोहन सिंह का जन्म 1932 में पंजाब में हुआ था. उन्होंने 2004 से 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री के रूप में दो कार्यकाल पूरे किए. उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद कांग्रेस पार्टी ने 2004 में अटल बिहारी वाजपेयी की अगुवाई वाली NDA को हराया था. वे 2009 से 2014 तक प्रधानमंत्री रहे और उनके बाद नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद संभाला.