छत्तीसगढ़ की जनता को दवा के नाम पर जहर परोसा जा रहा है…
गाढ़ी कमाई के लालच में दवाई कारोबार के इस खेल में 9M india Pvt Ltd. कंपनी पिछले कई वर्षों से छत्तीसगढ़ शासन के साथ मिलकर यह काम कर रही है… पड़ताल करने पर पता चला की एक दो तीन नहीं करीब- करीब सारे सरकारी अस्पताल में दवाइयों में यह काले दाग मिले हैं…
यह कंपनी किसी भी तरह से दवाओं के मानक पैमाने पर खरी नही उतरती है..
हैरान करने वाली बात यह है की हाल ही में, 9M कंपनी द्वारा सप्लाई की गई 500 एमजी और 650 एमजी पैरासिटामोल की गोलियों में गुणवत्ता से संबंधित गंभीर समस्या सामने आई है।
इन दवाओं में काले दाग पाए जाने की शिकायतें आई हैं, जिससे दवाओं की विश्वसनीयता और उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं।
9M india Pvt Ltd. कंपनी CGMSC छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन के द्वारा छत्तीसगढ़ के सभी सरकारी अस्पतालों में दवाओं की सप्लाई करती है,
यह दवा बुखार और दर्द से राहत के लिए व्यापक रूप से इस्तेमाल की जाती है।
इन काले दागों की मौजूदगी से यह आशंका जताई जा रही है कि दवा में या तो मिलावट है या निर्माण प्रक्रिया के दौरान मानकों का पालन नहीं किया गया।
क्योकि इस कंपनी के द्वारा सप्लाई की गई दवाई सभी सरकारी अस्पतालों में अभी भी उपल्ब है जिसे मरीजों को वितरण किया जा रहा है,
इस वजह से एक मरीज की जान भी जा चुकी है आम लोग, जो सरकारी अस्पतालों पर अपनी सेहत का भरोसा करते हैं, और हमें ज़हर थमा दिया जाता है।
दीपक बैज जैसे नेता हेल्थ डिपार्टमेंट की हालत को गंभीर बता रहे हैं, और सरकार पर कमीशन के लालच में मासूम लोगों की जान से खेलने का आरोप लगा रहे हैं।
सवाल यही है- ये दवाइयों का काला बाज़ार कब बंद होगा? कोई ठोस कदम उठाने से पहले और कितनी जानें जाएँगी?
अब इस कंपनी की दवाओं को लेकर सतर्क हो जाये। संभावित स्वास्थ्य जोखिमों को देखते हुए,
9M india Pvt Ltd. कंपनी के उत्पादों का उपयोग बंद करने के साथ-साथ 9M india Pvt Ltd.कंपनी पर उचित करवाई किया जाना चाइये
देखने वाली बात होगी आखिर कार कब इस काले खेल पर कब नकेल कसी जाएगी…