Pawan Kalyan: आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और जनसेना प्रमुख पवन कल्याण ने राज्य में बढ़ते अपराधों को लेकर राज्य सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं. सोमवार को एक बयान में, पवन कल्याण ने गृह मंत्री वंगलपुड़ी अनिता की कार्यशैली पर निंदा करते हुए कहा कि अगर गृह मंत्रालय उनके पास होता तो प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति “कुछ और” होती. उन्होंने सुझाव दिया कि राज्य में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का “योगी मॉडल” अपनाना जरूरी है.
जनसेना प्रमुख, जो वर्तमान में पंचायती राज, वन और पर्यावरण विभाग का जिम्मा संभालते हैं, ने राज्य में कठोर कानूनों और कड़े दंड की वकालत की. उन्होंने कहा कि अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की आवश्यकता है, और इसके लिए मिडिल ईस्ट और सिंगापुर जैसे देशों की तर्ज पर सख्त सजा का प्रावधान करना चाहिए. पवन कल्याण ने कहा, “इन अपराधियों से उसी तरह निपटना होगा, जैसा उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ करते हैं. तभी ये लोग सुधरेंगे.”
‘मेरे पास गृह मंत्रालय होता तो स्थिति अलग होती’, बोले पवन कल्याण
पवन कल्याण के इस बयान के बाद राज्य के मंत्रिमंडल और टीडीपी गठबंधन में हलचल मच गई है. उनका यह बयान विशेष रूप से गृह मंत्री अनिता के लिए था, जिनका गृह विभाग राज्य की कानून व्यवस्था का संचालन करता है. उन्होंने कहा, “मैं गृह मंत्री अनिता से कहना चाहता हूँ कि आप गृह मंत्री हैं, इस मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालें. अगर मेरे पास यह मंत्रालय होता, तो स्थिति अलग होती.”
यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब हाल ही में तिरुपति जिले में एक चार वर्षीय बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के मामले ने राज्य को झकझोर कर रख दिया है. पवन कल्याण ने गृह मंत्री को कड़े कदम उठाने के लिए प्रेरित किया, ताकि प्रदेश में ऐसी घटनाएं दोबारा न हो सकें. उन्होंने कहा कि अपराधों पर नियंत्रण पाने के लिए हमें उत्तर प्रदेश की तरह सख्त रुख अपनाना होगा.
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, नगर प्रशासन मंत्री पी. नारायण ने कहा कि पवन कल्याण ने एक विशेष घटना के संदर्भ में यह बयान दिया है और गृह मंत्री भी इस पर उचित कार्रवाई करेंगी. उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री किसी विभाग के कामकाज में कमी देखते हैं तो उस पर टिप्पणी कर सकते हैं, जिससे संबंधित विभाग को अलर्ट किया जा सके.”
नए संगठन की घोषणा की
पवन कल्याण ने अपने जनसेना पार्टी में ‘नरसिम्हा वराही गणम’ नामक एक नए संगठन का गठन किया, जिसका उद्देश्य सनातन धर्म की रक्षा करना है. इस संगठन की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा, “मैं जनसेना में सनातन धर्म की रक्षा के लिए एक अलग विंग बना रहा हूँ, जिसका नाम ‘नरसिम्हा वराही गणम’ होगा.”