बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ में कबीर पंथ समुदाय की आस्था का केंद्र दामाखेड़ा है, जहां दिवाली की रात पटाखे फोड़ने को लेकर हुआ विवाद सुलझने का नाम नहीं ले रहा है। विवाद इतना गहरा गया है कि पूरे प्रदेश से कबीर पंथ के अनुयायी बड़ी संख्या में दामाखेड़ा पहुंच रहे हैं। इस स्थिति को देखते हुए प्रशासन भी सतर्कता बरत रहा है।
पुलिस ने 16 ग्रामीणों को हिरासत में लिया
बता दें कि, दामाखेड़ा कबीर पंथ समुदाय की आस्था का सबसे बड़ा केंद्र है। यह उनके आध्यात्मिक गुरु प्रकाश मुनि साहब का निवास स्थान भी है। देश-विदेश से श्रद्धालु यहां आशीर्वाद लेने आते हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, दिवाली की रात पटाखे जलाने को लेकर स्थानीय ग्रामीणों और आश्रम के बीच विवाद हो गया था। इस विवाद के बाद पुलिस ने 16 ग्रामीणों को हिरासत में लिया है।
जिलों से बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी और जवान तैनात
ग्रामीणों की गिरफ्तारी के बावजूद स्थिति शांत होती नहीं दिख रही है। आज सोमवार सुबह से ही दामाखेड़ा पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए आसपास के जिलों से बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी और जवान बुलाए गए हैं। पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल, कलेक्टर दीपक सोनी और जिले के विभिन्न अधिकारी दामाखेड़ा में मौजूद हैं।
प्रशासन को ज्ञापन सौंपने की तैयारी कर रहे है कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ता
बड़ी संख्या में अनुयायी जुटे हैं और आश्रम में बड़े बर्तनों में भोजन तैयार किया जा रहा है। बताया गया है कि, दोपहर 2 बजे प्रकाश मुनि साहब अपने अनुयायियों को दिवाली के दिन की घटनाओं के बारे में बताएंगे। फिलहाल दामाखेड़ा में शांति बनी हुई है। इस बीच, बलौदाबाजार में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता आज सोमवार को दामाखेड़ा में हुए विवाद को लेकर प्रशासन को ज्ञापन सौंपने की तैयारी कर रहे हैं।