रायपुर: पुलिस ने नशीली दवाओं के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए रायपुर से बिलासपुर में पहुंचाई जा रही 31 लाख रुपये की नशीली दवाएं जब्त की हैं। इस मामले में पुलिस ने दो मुख्य आरोपितों को गिरफ्तार किया है, जबकि तीन महिलाओं और एक नाबालिग को पहले ही गिरफ्तार किया गया था।
एसपी रजनेश सिंह ने बताया कि एसीसीयू और सिविल लाइन की टीम ने मिनी बस्ती में रहने वाली कल्पना कुर्रे, सृष्टि कुर्रे और गोदावरी कुर्रे के साथ ही एक नाबालिग को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में यह सामने आया कि ये महिलाएं रायपुर के एक कारोबारी से नशीली दवाएं मंगाती थीं।
पुलिस ने विक्रांत सरकार और रविशंकर मरकाम नामक आरोपितों को भी पकड़ा, जो नशीली दवाओं की सप्लाई के लिए बिलासपुर आ रहे थे। इनके पास से एक इलेक्ट्रानिक कार और भारी मात्रा में नशीली दवाएं बरामद की गईं।
एसीसीयू के प्रभारी एएसपी अनुज कुमार ने बताया कि आरोपितों का परिवार पहले से ही नशीली दवाओं के कारोबार में संलिप्त रहा है, और वर्तमान में उनके कुल नौ परिवारजन जेल में हैं। पुलिस अब उनके सहयोगियों के खिलाफ भी कार्रवाई की योजना बना रही है।
एसपी ने कहा कि इस मामले की विस्तृत जांच जारी है, जिसमें नशे के कारोबार से जुड़े लोगों की संपत्तियों की जानकारी जुटाई जाएगी। यदि कोई अवैध संपत्ति पाई गई, तो उसे जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
पुलिस ने नशीली दवाओं के इस कारोबार को समाप्त करने के लिए ठोस कदम उठाने का संकल्प लिया है, और नशे के कारोबार में शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।