जानें रविवार का पंचांग, जिसमें दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल व गुलिक काल की वास्तविक स्थिति विस्तार से ज्ञात होगी।
20 अक्टूबर 2024 दिन- रविवार का पंचाग
सूर्यास्तः- सायं 05:40:00
विशेषः- रविवार को भगवान सूर्य को प्रातः ताम्बे के बर्तन में लाल चन्दन, गुड़ और लाल पुष्प डाल कर अर्घ्य देना चाहिए।
विक्रम संवतः- 2081
शक संवतः- 1946
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- शरद ऋतु
मासः- कार्तिका माह
पक्षः- कृष्ण पक्ष
तिथिः- तृतीया तिथि 06:43:32 P.M तक तदोपरान्त चतुर्थी तिथि
तिथि स्वामीः- तृतीया तिथि के स्वामी पार्वती शिव जी हैं तथा चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं।
नक्षत्रः- कत्तिका नक्षत्र 12::31 PM तक तदोपरान्त रोहिणी नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- कात्तिका नक्षत्र के स्वामी सूर्य देव हैं तथा रोहिण नक्षत्र के स्वामी चन्द्र देव जी हैं
योगः- व्यतिपात 14:10:49 PM तक तदोपरान्त वरियन योग
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 02:55:00 PM से 04:20:00 PM तक
दिशाशूलः- रविवार को पश्चिम दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो घर से पान या घी खाकर निकलें।
राहुकालः- राहुकाल 04:20:00 PM से 05:46:00 PM बजे तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में परवल नही खाना चाहिए यह तिथि यात्रा, चूड़ा कर्म, अन्नप्राशन व ग्रह प्रवेश के लिए शुभ है।