नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस के सहयोगी दल अब उसे दबाव बनाना शुरू कर दिया है। आइएनडीआइए गठबंधन के कई बड़ी पार्टियों के नेताओं ने कांग्रेस को आत्म चिंतन की सलाह दी है। वहीं कांग्रेस पर अपने सहयोगियों की अनदेखी का भी आरोप लगाया है। हरियाणा में मिली हार के बाद अब यह बात तो खुलकर सामने आ गई है कि कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर अब वहां की क्षेत्रीय पार्टियों सीटों के बंटवारे पर कांग्रेस पर दबाव बनाएंगी।
हरियाणा में मिली हार के बाद के 24 घंटे के भीतरी सहयोगी पार्टियों ने कांग्रेस पर दबाव बनाना शुरू भी कर दिया। वहीं कई अन्य पार्टियों ने तो कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए यह भी कहा है कि जहां वह मजबूत होती है, वहां अपने सहयोगियों से गठबंधन नहीं करती, जहां वह कमजोर है, वही अन्य दलों को साथ लेकर चलती है। ममता बनर्जी की टीएमसी ने कांग्रेस पर गठबंधन के लिए दोहरे मानदंड को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं उद्धव गुट की शिवसेना ने कांग्रेस की चुनावी रणनीति पर सवाल खड़े किए हैं।
इन सब के बीच कांग्रेस के लिए उपजी इस कठिन परिस्थिति में समाजवादी पार्टी ने इसका राजनीतिक फायदा लेने के लिए उत्तर प्रदेश उपचुनाव के लिए अपने दो उम्मीदवारों की सूची भी जारी कर दी। यह सूची उन दो सीटों के लिए पार्टी ने जारी की है, जिस पर कांग्रेस अपने प्रत्याशियों के लिए दबाव बना रही थी। विपक्षी इंडी गठबंधन दलों के इस रवैया से यह बात साफ हो जाती है कि, आने वाले कई विधानसभा चुनाव में हुआ है कांग्रेस पर सीट बंटवारे को लेकर दबाव बना सकते हैं।
संजय राऊत ने अति आत्मविश्वास को बताया जिम्मेदार
हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना के सांसद व प्रवक्ता संजय रावत ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने इस हार के लिए पार्टी की अति आत्मविश्वास को जिम्मेदार बताया। सजंय राउत ने कांग्रेस पर बुधवार को कहा- ‘कांग्रेस का अति आत्मविश्वास हरियाणा में हार के लिए जिम्मेदार है। उन्होंने कांग्रेस पर यह भी आरोप लगाया कि पार्टी जहां मजबूत होती है, वहां अन्य सहयोगियों को कोई महत्व नहीं देती है। वह जहां कमजोर है वहीं सहयोगियों के साथ गठबंधन करती है।
टीएमसी ने सहयोगियों को नीचा दिखाने का लगाया आरोप
तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता साकेत गोखले ने कहा, क्षेत्रीय दलों को नीची निगाह से देखना आपदा का कारण बनता है। वहीं भाकपा महासचिव डी राजा ने कांग्रेस को सहयोगियों की अनदेखी नहीं करने की नसीहत दी थी।
सिसोदिया ने अहंकार को बताया हार की वजह
वहीं आम आदमी पार्टी के दिग्गज नेता हुआ पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने हरियाणा में कांग्रेस को मिली हार के लिए उनके अहंकार को जिम्मेदार बताया है। साथ ही दिल्ली विधानसभा का चुनाव आप के अकेले अपने बूते लड़ने की बात दोहराई।
राहुल बोले अप्रत्याशित हार का कर रहे विश्लेषण
वहीं कांग्रेस नेता व नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने हरियाणा में मिली हिसार को अप्रत्याशित बताया है साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी इस हार का विश्लेषण कर रही है। राहुल गांधी ने पार्टी द्वारा हरियाणा चुनाव परिणाम को स्वीकार नहीं करने की टिप्पणी पर अपनी चुप्पी तोड़ी। उन्होंने एक्स पर दी गई अपनी पहली प्रतिक्रिया में राहुल गांधी ने कहा कि हम हरियाणा, के अप्रत्याशित नतीजे का विश्लेषण कर रहे हैं। कहा कि सभी हरियाणा वासियों को उनके समर्थन और हमारे बब्बर शेर कार्यकर्ताओं को उनके अथक परिश्रम के लिए दिल से धन्यवाद। हक का, सामाजिक और आर्थिक न्याय का और सच्चाई का यह संघर्ष जारी रखेंगे, आपकी आवाज बुलंद करते रहेंगे।