बिलासपुर। कलेक्टर के निर्देश पर चांटीडीह स्थित जगदीश ट्रेडिंग कंपनी के संचालक रवि नागदेव के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। यह फर्म सरकारी चावल को शॉर्टेक्स मशीन से प्रोसेस कर सामान्य चावल बनाने का कारोबार कर रही थी। खाद्य विभाग के अधिकारियों ने एक गैर-अधिकारी को बुलाकर सैंपल भरा, जिसे बाद में जांच के लिए भेजा गया। जांच में 1.1 प्रतिशत फोर्टिफाइड राइस कर्नेल की मौजूदगी सामने आई। कलेक्टर के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए खाद्य विभाग के अधिकारियों ने फर्म संचालक रवि नागदेव के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है।
सरकारी चावल की हेराफेरी
खाद्य विभाग को चांटीडीह स्थित जगदीश ट्रेडर्स पर कथित तौर पर सरकारी चावल की हेराफेरी की शिकायत मिली थी। इस पर खाद्य विभाग के अधिकारी मंगेशकांत और अजय मौर्य ने जांच की। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने पाया कि फर्म के संचालक ने गोदाम में सिल्की शॉर्टेक्स मशीन लगा रखी है। खाद्य अधिकारियों ने उपलब्ध स्टॉक के बारे में जानकारी मांगी, जिस पर संचालक ने 1399.9 क्विंटल चावल और 1198 क्विंटल कनकी होने की जानकारी दी।
बता दें कि, मौके पर स्टॉक जांच के दौरान 163.49 क्विंटल अधिक पाया गया। राशन की दुकानों पर वितरित किए जाने वाले सरकारी चावल को लेकर चिंता के चलते एक गैर-गुणवत्ता निरीक्षक को चावल और कांजी दोनों के नमूने एकत्र करने के लिए बुलाया गया। नमूनों के विश्लेषण से पता चला कि चावल में 1.1 प्रतिशत एफआरके है, जिसे सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों को वितरित किया जाता है। नतीजतन, चांटीडीह अपोलो रोड स्थित जगदीश ट्रेडर्स के संचालक रवि नागदेव को पीडीएस चावल को शुद्ध करके बेचने का दोषी पाया गया।