नासा ने अपना क्रू-9 मिशन 28 सितंबर, 2024 को फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से रात 10:46 बजे भारतीय समयानुसार लॉन्च किया. इस मिशन का उद्देश्य अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बैरी विल्मोर को बचाना है. दोनों बोइंग के स्टारलाइनर में आई खराबी के कारण 6 जून 2024 से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर फंसे हुए हैं
क्रू-9 मिशन नासा के अंतरिक्ष यात्री निक हेग और रूसी अंतरिक्ष यात्री अलेक्सांद्र गोरबुनोव को आई.एस.एस. तक ले जाएगा. अनोखी बात यह है कि इस उड़ान में सामान्य चार के बजाय केवल दो क्रू सदस्य ही होंगे, क्योंकि शेष सीटें विलियम्स और विल्मोर की वापसी यात्रा के लिए आरक्षित हैं. क्रू ड्रैगन अंतरिक्ष यान के 29 सितंबर को आईएसएस से जुड़ने की उम्मीद है.
स्टारलाइनर कैप्सूल में आ गई थी खराबी
सुनीता विलियम्स और विल्मोर को स्पेस स्टेशन पर अधिक समय तक रुकना मजबूरी हो गया था. स्टारलाइनर कैप्सूल में कई खराबी आ गई जिसके बाद दोनों स्पेस स्टेशन में फंसे हुए हैं. नासा ने स्टारलाइनर पर सवार अंतरिक्ष यात्रियों को वापस भेजना बहुत जोखिम भरा समझा और 6 सितम्बर को उस अंतरिक्ष यान को बिना चालक दल के वापस भेजने का विकल्प चुना.
नासा का कमर्शियल क्रू प्रोग्राम आईएसएस में क्रू रोटेशन को सुविधाजनक बनाने में महत्वपूर्ण रहा है. क्रू-9 मिशन 2020 में अपनी शुरुआत के बाद से इस कार्यक्रम के तहत स्पेसएक्स के लिए नौवीं परिचालन उड़ान है. ताकि स्पेस स्टेशन पर लगातार रिसर्च होती रहे. दुनिया को मौसम की सही जानकारी मिलती रहे.
कब धरती पर लौटेंगी विलियम्स
पृथ्वी पर वापस लौटने के बाद विलियम्स और विल्मोर के आई.एस.एस. पर पांच महीने के विज्ञान मिशन के लिए हेग और गोरबुनोव के साथ पुनः जुड़ने की उम्मीद है. क्रू-9 के आगमन से पहले किसी आपातकालीन स्थिति के लिए, एक आकस्मिक योजना तैयार है. विलियम्स और विल्मोर को तत्काल निकासी के लिए आई.एस.एस. पर खड़े क्रू-8 ड्रैगन कैप्सूल का उपयोग करने की अनुमति दी जाएगी. कैप्सूल से सुनीता और बुच विलमोर अगले साल फरवरी में धरती पर लौटेंगे.