Pitru Paksha 2024: पितृपक्ष के दौरान पितरों का तर्पण और श्राद्ध करना चाहिए। इस दौरान रोजाना स्नान करके सूर्य देव और पितरों को जल देना चाहिए। पितृपक्ष के दौरान आपको तुलसी से जुड़े नियमों का पालन जरूर करना चाहिए वरना पित्र देव नाराज हो जाएंगे और आपकी जिंदगी में परेशानी आने लगेगी।तुलसी के नियमों का ध्यान नहीं रखेंगे तो आपकी जिंदगी में परेशानी आने लगेगी और आर्थिक तरक्की रुक जाएगी।
पितृपक्ष में इन बातों का रखें विशेष ध्यान (Pitru Paksha 2024)
- पितृ पक्ष के दौरान तुलसी छूने की मनाही होती है। पूजा करते समय ध्यान रखें कि हाथ जोड़कर दूर से ही तुलसी की पूजा करें और जीवन में सुख शांति आने की कामना करें। पितृ पक्ष में तुलसी माता को छूने से माता नाराज हो जाती है।
- इस दौरान भूल कर भी तुलसी के पत्तियों को नहीं तोड़ना चाहिए क्योंकि पितृपक्ष में तुलसी के पत्तियों को तोड़ना वर्जित माना जाता है। ऐसा करने से पितृ नाराज होते हैं और आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है।
- सनातन धर्म में तुलसी के पत्तों का विशेष महत्व है और मान्यता है कि पितृपक्ष में तुलसी की विशेष पूजा अर्चना करने से धन की देवी मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है। इसके साथ ही तुलसी पूजन करने से धन के योग बनते हैं और जीवन की समस्याएं खत्म होती है।
भूलकर भी न करें ये कार्य
पितृ पक्ष पूर्वजों को समर्पित है। इसलिए इस दौरान किसी भी तरह के शुभ और मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं। जैसे- विवाह, गृह प्रवेश, सगाई और मुंडन आदि। इन कार्यों को करने से पितृ देव अप्रसन्न हो सकते हैं, जिसकी वजह से जातक को जीवन में दुख और दर्द का सामना करना पड़ सकता है।