नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने संकेत दिया है कि पश्चिम बंगाल के गंगा तटीय क्षेत्र में बना गहरा दबाव क्षेत्र पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। इसके परिणामस्वरूप झारखंड, पश्चिम बंगाल के गंगा तटीय क्षेत्र, ओडिशा और बिहार में भारी बारिश की आशंका है। इन राज्यों में 11 से 20 सेंटीमीटर तक बारिश हो सकती है। इसके अलावा, हवाएँ 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से चल सकती हैं।
आज इन राज्यों में होगी भारी बारिश
16 सितंबर को दक्षिणी बिहार, झारखंड, उत्तर-पश्चिमी ओडिशा, उत्तरी छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में भारी बारिश की संभावना है। 17 सितंबर को पूर्वी और पश्चिमी मध्य प्रदेश के साथ-साथ पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी भारी बारिश की संभावना है। 18 सितंबर को पूर्वी और पश्चिमी मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में भारी बारिश हो सकती है।
18 सितंबर के बाद तेज हवाओं का दौर थमने की उम्मीद
मौसम विभाग ने बताया है कि बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्से में 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। वहीं, बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्वी हिस्से में 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। 18 सितंबर के बाद तेज हवाओं का दौर थमने की उम्मीद है। हालांकि, अगले पांच दिनों तक बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्से में 35 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलती रहेंगी। मछुआरों को 16 सितंबर की सुबह तक बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्से और बांग्लादेश, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटों पर जाने से बचने की सलाह दी गई है।
आने वाले दिनों में कुछ ऐसा रहेगा दिल्ली का मौसम
15 सितंबर को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सबसे ज़्यादा बारिश मयूर विहार में 17 मिमी दर्ज की गई। 16 और 17 सितंबर को मौसम साफ रहने की उम्मीद है। 18 और 19 सितंबर को हल्की बारिश की संभावना है, उसके बाद 20 और 21 सितंबर को फिर से मौसम साफ रहेगा।
अभी यहां मौजूद है दबाव क्षेत्र
मौसम विभाग के अनुसार, 16 सितंबर को सुबह 5:30 बजे तक पश्चिम बंगाल के गंगा तटीय क्षेत्र में बना एक गहरा दबाव क्षेत्र बांकुरा (पश्चिम बंगाल) से लगभग 40 किलोमीटर दक्षिण, जमशेदपुर (झारखंड) से 90 किलोमीटर उत्तर पूर्व और रांची (झारखंड) से 180 किलोमीटर पूर्व में स्थित है।
अगले 12 घंटों में इसके कमजोर होकर पश्चिम बंगाल के गंगा तटीय क्षेत्र से गुजरते हुए दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील होने की उम्मीद है। इसके बाद, यह अगले 24 घंटों में झारखंड और उत्तरी छत्तीसगढ़ से गुजरते हुए आगे बढ़ना जारी रखेगा।