नई दिल्ली। कोलकाता रेप केस की जांच के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर अहम बयान दिया है। प्रधानमंत्री ने महिलाओं के खिलाफ अपराध से जुड़े मामलों में त्वरित न्याय की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि इससे महिलाओं का अपनी सुरक्षा को लेकर भरोसा बढ़ेगा।
मोदी ने यह भी कहा कि, न्यायपालिका को संविधान का संरक्षक माना जाता है और सर्वोच्च न्यायालय तथा न्यायपालिका दोनों ने अपनी जिम्मेदारियों को प्रभावी ढंग से पूरा किया है।
पीएम मोदी बोले – न्यायपालिका पर सभी को भरोसा
मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ की उपस्थिति में जिला न्यायपालिका के राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भारत के लोगों ने कभी भी सर्वोच्च न्यायालय या न्यायपालिका के प्रति कोई अविश्वास प्रदर्शित नहीं किया है।
पीएम मोदी ने बताया आपातकाल को ‘काला’ दौर
प्रधानमंत्री ने आपातकाल को ‘काला’ दौर बताते हुए कहा कि, न्यायपालिका ने मौलिक अधिकारों को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों के बारे में मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि न्यायपालिका ने राष्ट्रीय हितों को प्राथमिकता देते हुए राष्ट्रीय अखंडता की रक्षा की है।
कोलकाता में एक डॉक्टर के साथ कथित दुष्कर्म और हत्या, तथा ठाणे में दो किंडरगार्टन लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न की घटना के आलोक में, यह कहा गया है कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा और बच्चों की सुरक्षा समाज के लिए गंभीर चिंता का विषय है। वहीं अत्याचार के मामलों में जितनी जल्दी न्याय मिलेगा, महिलाओं को अपनी सुरक्षा पर उतना ही अधिक भरोसा होगा। मोदी ने कहा कि, महिलाओं के खिलाफ अपराधों से निपटने के लिए कई सख्त कानून हैं और उन्होंने त्वरित न्याय सुनिश्चित करने के लिए आपराधिक न्याय प्रणाली में बेहतर समन्वय की आवश्यकता पर जोर दिया।