रांची। विपक्ष को एक और बड़ा झटका लगा है। चंपई सोरेन के बाद अब लोबिन हेम्ब्रम ने भाजपा का हाथ थाम लिया है। बता दें, हाल ही में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने विधायक लोबिन हेम्ब्रम को छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया था।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की मौजूदगी में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) से निष्कासित नेता हेम्ब्रम भाजपा में शामिल हो गए।
कल चंपई सोरेन ने दिया था झामुमो से इस्तीफा
गौरतलब है, 30 अगस्त को चंपई सोरेन ने झामुमो से इस्तीफा देने के बाद आधिकारिक रूप से भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। सोरेन बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ यहां आयोजित एक समारोह में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। केंद्रीय मंत्री सिंह ने ‘टाइगर जिंदा है’ कहते हुए पार्टी में उनका स्वागत किया था। इस मौके पर वरिष्ठ आदिवासी नेता (67) भावुक नजर आए। दरअसल, सोरेन झारखंड में ‘कोल्हान टाइगर’ के नाम से भी मशहूर हैं।
भाजपा में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा था, जब दिल्ली और कोलकाता में झारखंड सरकार की ओर से मेरी जासूसी की गई, तो भाजपा में शामिल होने का मेरा संकल्प मजबूत हो गया। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा आदिवासियों की पहचान बचा सकती है और झारखंड के संथाल परगना में घुसपैठ रोक सकती है। चंपई सोरेन ने यह आरोप लगाते हुए कि कांग्रेस ने आदिवासी पहचान को खतरे में डाल दिया है, उन्होंने कहा था, मैं लोगों को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हूं। मैंने झामुमो को अपने खून-पसीने से सींचा, लेकिन मुझे अपमानित किया गया। मैं भाजपा में शामिल होने के लिए मजबूर हूं। मुझे अब दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी का सदस्य होने पर गर्व है। मैं अपमान और जासूसी बर्दाश्त करने की स्थिति में नहीं था।