नई दिल्ली। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने मंकीपॉक्स को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया है। इस घोषणा ने यौन संपर्क के माध्यम से मंकीपॉक्स के तेजी से फैलने के बारे में चिंताएं बढ़ा दी हैं। स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (DGHS) और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) के डॉ. अतुल गोयल ने कहा कि मंकीपॉक्स त्वचा से त्वचा के संपर्क और यौन संबंधों के माध्यम से तेजी से फैलता है।
WHO के अनुसार, चकत्ते, मवाद और खून के साथ-साथ खुजली भी संक्रमण को फैलाने में सहायक हो सकती है। यह वायरस लार के माध्यम से भी फैल सकता है। इसके अलावा, छालों या घावों से संक्रमण तेजी से फैल सकता है। संक्रमित व्यक्ति के कपड़े, बिस्तर और बर्तनों के इस्तेमाल से भी मंकीपॉक्स फैल सकता है।
यौन संबंध बनाने से क्या फैल सकता है मंकीपॉक्स
2022 से 2023 की पिछली अवधि के दौरान, 30 मामले सामने आए, जिनमें से 12 व्यक्ति विदेश से लौटे थे, जबकि अन्य भारत में रहने वाले विदेशी नागरिक थे। हम इस स्थिति के लिए तैयार हैं। दरअसल, मंकीपॉक्स संक्रमित व्यक्ति को छूने या उसके साथ यौन संबंध बनाने से फैलता है। जिन व्यक्तियों को पहले से ही मंकीपॉक्स हो चुका है, उनके संपर्क में आने पर बीमारी फैलने का खतरा हो सकता है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि बिना लक्षण वाले व्यक्ति इस बीमारी को फैला सकते हैं या नहीं। वहीं सर गंगा राम अस्पताल के वरिष्ठ कंसल्टेंट डॉ. धीरन गुप्ता ने कहा कि, मंकीपॉक्स यौन संपर्क के माध्यम से फैल सकता है, लेकिन केवल तभी जब व्यक्ति संक्रमित हो। मंकीपॉक्स से संक्रमित किसी भी व्यक्ति से दूरी बनाए रखने की सलाह दी जाती है, क्योंकि वायरस तेजी से फैलता है। इसके अलावा, संक्रमित व्यक्ति के कपड़े, तौलिये, बिस्तर, बर्तन और हाथों के संपर्क में आने से भी मंकीपॉक्स का संक्रमण हो सकता है।
क्या है मंकीपॉक्स के लक्षण
मंकीपॉक्स चेचक जैसी ही बीमारी है। इसके लक्षण बुखार, सिरदर्द, चकत्ते, मांसपेशियों में दर्द, त्वचा पर लाल धब्बे, छाले, खुजली, त्वचा पर घाव और शरीर के विभिन्न हिस्सों में गांठ बनना जैसे लक्षण हैं। मंकीपॉक्स के लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग दिखाई दे सकते हैं।