बिलासपुर। पश्चिम बंगाल में डॉक्टर के साथ हुए जघन्य अपराध के बाद पूरे देश में बवाल मचा हुआ है। आईएमए कल देशव्यापी हड़ताल पर जिसने का निर्णय ले लिया है। समय रहते बिलासपुर के सिम्स मेडिकल कॉलेज में स्थिति नहीं सम्भाली गई और कुछ सीनियर डॉक्टर के करतूतों पर लगाम नहीं लगाया गया तो यहां भी बंगाल की तरह घटना घट सकती है। अचरज की बात ये सिज़्म के एमएस के संज्ञान में पूरी घटना की जानकारी होने के बाद भी मामले को दबाया जा रहा है। अतिरिक्त मुख्य सचिव हेल्थ मनोज पिंगुआ ने कहा कि अगर घटना सही होगी तो निश्चित तौर पर कार्रवाई होगी। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
कलेक्टर से सिम्स की इंटर्न डाक्टरो ने मिलकर शिकायत की थी। मामले की गम्भीरता को देखते हुए कलेक्टर ने एमएस को जांच का निर्देश दिये था। डीएमई ने भी इस पर कार्रवाई व जांच के आदेश दे दिए हैं। लेकिन एमएस सहित पूरी टीम ही मिलकर दबाने में लगे हैं। सिम्स के एक डाक्टर पर सेक्सुअल हरासमेंट का आरोप इंटर्न डॉक्टर्स ने लगाया है।2019 बैच की सभी महिला इंटर्न का आरोप है कि सिम्स के एक सीनियर डॉक्टर उनसे छेड़खानी करते हैं। शरीर को गलत तरीके से छूते है। विरोध करने पर इंटर्नशिप में एक्सटेंशन लगाने तक की धमकी देने से बाज नही आते, महिला इंटर्न से पत्र के आधार पर डीएमई ने जांच कर रिपोर्ट मांगी है।
जुलाई में सिम्स में बंद कमरे में मामले की जांच की जा रही थी। इसी बीच एक और महिला पहुंची और दावा किया कि भाई का इलाज कराने जब वो सिम्स आई थी तब इसी डॉक्टर ने बेड शेयर करने कहा था। फिलहाल मामले में अब तक क्या जांच हुई उसे बताने को तैयार नहीं है।
2019 बैच की सभी महिला इंटर्न ने बीते दिनों कलेक्टर डीएमई को एक पत्र लिखा था जिसमे उन्होंने आरोप लगाते हुए बताया है कि सीनियर डॉक्टर उनसे और उनके सीनियर बैच की महिला इंटर्न से काफी दिनों से छेड़खानी कर रहे है।लेकिन डर की वजह से यह बात किसी को बता नही पा रहे है।
शिकायत कर्ता महिला का कहना है कि आज भी जब उनके पति सिम्स में इंटरव्यू के लिए आते है तो मिली भगत कर उन्हे स्क्रूटीनी से ही भगा दिया जाता है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया की इस साजिश में कई लोग शामिल हैं। महिला ने बताया कि अब तक वह लोक लाज के डर से चुप थी लेकिन महिला इंटर्न द्वारा शिकायत करने की जानकारी मिली तब वह भी न्याय मांगने आई है।