नई दिल्ली। 15 अगस्त के दिन जब पूरा देश आजादी का जश्न मना रहा था। उसी दिन देश को गम में डूबा देने वाली खबर भी सामने आई है। दुनिया की सबसे ख़तरनाक मिसाइल अग्नि के जनक और भारत के प्रसिद्ध वैज्ञानिक राम नारायण अग्रवाल का निधन हो गया है।
वह 84 वर्ष थे। उन्होंने हैदराबाद के लिए अस्पताल में अंतिम सांस ली। पद्म भूषण से सम्मानित किए जा चुके आरएन अग्रवाल लंबे समय से बीमार थे और उम्र संबंधित दिक्कतों का सामना कर रहे थे, उनके परिवार में उनकी पत्नी और दो बच्चे हैं।
बता दें कि, अग्रवाल ASL के डायरेक्टर के पद से रिटायर हुए थे। उन्होंने अग्नि मिसाइल प्रोग्राम को दो दशकों तक सफलतापूर्वक चलाया। उन्होंने मिसाइल की वॉरहेड की री-एंट्री, कंपोजिट हीट शील्ड, बोर्ड प्रोपल्शन सिस्टम, गाइडेंस और कंट्रोल आदि पर खुद काम किया था।
अभी तक अग्नि मिसाइल के पांच वैरिएंट का सफल परीक्षण हो चुका है। जिसमें अग्नि1- 700-800 KM, अग्नि2- 2000 KM से ज्यादा, अग्नि3- 2500 KM से ज्यादा, अग्नि4- 3500 KM से ज्यादा और अग्नि5- 5000 KM से ज्यादा दूरी तक मार करने वाली मिसाइल शामिल है।
वहीं पूर्व DRDO प्रमुख और मिसाइल साइंटिस्ट डॉ. जी. सतीश रेड्डी ने कहा कि भारत ने एक लीजेंड खो दिया। उन्होंने लॉन्ग रेंज की मिसाइलों को विकसित करने और उनकी लॉन्च फैसिलिटी बनाने में बहुत मदद की थी।