देश भर में जन्माष्टमी का पर्व बड़ी धूमधाम और उल्लास के साथ मनाया जाएगा. हालांकि, इस बार मथुरा में जन्माष्टमी की तारीख को लेकर लोगों में कुछ असमंजस की स्थिति बनी हुई थी. इस कन्फ्यूजन को दूर करते हुए मथुरा के पंडितों ने अब स्पष्ट कर दिया है कि श्री कृष्ण जन्म स्थान पर यह पर्व कब और कैसे मनाया जाएगा.
मथुरा को भगवान श्री कृष्ण की जन्मस्थली के रूप में जानी जाती है, एक धार्मिक नगरी भी है. श्री कृष्ण की जन्मस्थली होने के कारण यहां कृष्ण जन्मोत्सव को हर साल बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. ब्रजवासियों के साथ-साथ देश और विदेश से लाखों श्रद्धालु श्री कृष्ण के जन्म के साक्षी बनने के लिए मथुरा आते हैं.
याद रखें ये तारीख
इस साल जन्माष्टमी की तिथि को लेकर लोगों में शंका है. बहुत से लोग यह नहीं समझ पा रहे हैं कि जन्माष्टमी किस दिन मनाई जाए और उपवास कब रखा जाए. इस असमंजस को दूर करते हुए मथुरा के ज्योतिषी और पंडितों ने स्पष्ट किया है कि इस वर्ष जन्माष्टमी का पर्व 26 अगस्त, सोमवार को मनाया जाएगा. भगवान श्री कृष्ण का जन्म श्री कृष्ण जन्म स्थान पर 26 अगस्त को होगा, और इस अवसर पर लाखों श्रद्धालु मंदिर में उनके जन्म के साक्षी बनेंगे. उन्होंने यह भी बताया कि 26 अगस्त को जन्माष्टमी और 27 अगस्त को नंद उत्सव मनाया जाएगा, जिसमें भगवान श्री कृष्ण का रोहिणी नक्षत्र में जन्म होगा.