पूर्णियां। बिहार के पूर्णियां में साइबर ठगी का नया मामला सामने आया है। साइबर शातिरों ने बिना ओटीपी या फोन कॉल के पैसे गायब कर दिए हैं। आम तौर पर देखा जाता है कि साइबर ठगों को पैसे निकालने के लिए ओटीपी की जरूरत होती है। बैंक भी कहता है कि अपना ओटीपी शेयर नहीं करें। लेकिन अगर बिना ओटीपी के ही आपके खाते से पैसे गायब हो जाएं, तो इसे आप क्या कहेंगे।
पूर्णियां में कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है। जहां साइबर शातिरों ने बिना ओटीपी के बैंक खाते से पैसे गायब कर दिए। यह घटना 12 जुलाई, 2024 को सामने आई। पुलिस ने इस गिरोह के 8 सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
अपराधियों ने पीड़ितों के आधार बायोमेट्रिक डेटा, जैसे कि फिंगरप्रिंट, को सरकारी वेबसाइट पर उनके भूमि रिकॉर्ड से प्राप्त किया। फिर उन्होंने इस बायोमेट्रिक डेटा का उपयोग पीड़ितों के बैंक खातों तक पहुँचने और बिना किसी OTP या किसी फोन कॉल की आवश्यकता के पैसे ट्रांसफर करने के लिए किया।
जिस आसानी से अपराधियों ने बिना OTP के पैसे चुराने के लिए इस डेटा को प्राप्त किया और उसका उपयोग किया, वह हमारी बायोमेट्रिक जानकारी की सुरक्षा के बारे में गंभीर चिंता पैदा करता है। यहां यह ध्यान देने वाली बात है कि हम सभी अपनी डिजिटल पहचान की सुरक्षा के लिए कदम उठाएं।