दिल्ली। फूड रेगुलेटर फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया ( एफ.एस.एस.ए.आई.) ने एम.डी.एच. और एवरेस्ट मसाला कंपनियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। सूत्रों के एक हवाले से एक रिपोर्ट में कहा गया है कि एफ.एस.एस.ए.आई. ने राजस्थान स्टेट फूड एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट की रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए दोनों कंपनियों के खिलाफ यह कार्रवाई शुरू की है। हालांकि एम.डी.एच. और एवरेस्ट ने दावा करते हुए कहा है कि उनके उत्पाद उपभोग के लिए सुरक्षित हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक इससे पहले एफ.एस.एस.ए.आई. ने जांच के लिए खास मुहिम चलाने का दिया आदेश दिया था। कहा गया है कि इस जांच के हिस्से के रूप में कैंसर के लिए जिम्मेदार केमिकल एथिलीन ऑक्साइड की भी जांच होगी। भारत में एथिलीन ऑक्साइड के इस्तेमाल पर पूरी तरह से रोक है।
राज्य सरकार ने ही दी थी एफ.एस.एस.ए.आई. को जानकारी
स्टेट फूड एंड सेफ्टी डिपोर्टमेंट ने एम.डी.एच. और एवरेस्ट के मसालों को असुरक्षित पाया है। राजस्थान सरकार को दोनों कंपनियो द्वारा बेचे जाने वाले कई मसालों में पेस्टिसाइड और इंसेक्टिसाइड की अधिक मात्रा मिली थी। राजस्थान के मेडिकल हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर डिपार्टमेंट की एडिशनल चीफ सेक्रेटरी शुभ्रा सिंह ने एफ.एस.एस.ए.आई. को मसालों में दूषण के बारे में जानकारी दी थी। राज्य के अधिकारियों ने दूषण के चलते 12,000 किलोग्राम कई मसालों को जब्त किया है। स्टेट फूड डिपार्टमेंट द्वारा मई में मसालों के नमूने एकत्र किए गए थे।
ऐसे शुरु हुई थी मसालों की जांच
बीते अप्रैल माह में हांगकांग ने एम.डी.एच. द्वारा उत्पादित तीन मसाला मिश्रणों और एवरेस्ट द्वारा उत्पादित एक मसाला मिश्रण की बिक्री को निलंबित कर दिया गया था। उनमें कैंसर पैदा करने वाले कीटनाशक एथिलीन ऑक्साइड की उच्च मात्रा थी, जिससे भारत और अन्य बाजारों में नियामकों द्वारा जांच शुरू हो गई। सिंगापुर ने भी एवरेस्ट मिश्रण को वापस भेजने का आदेश दिया था, जबकि न्यूजीलैंड, संयुक्त राज्य अमरीका और ऑस्ट्रेलिया ने कहा है कि वे इस मुद्दे पर विचार कर रहे हैं। ब्रिटेन ने दुनिया के सबसे बड़े निर्यातक उत्पादक और मसालों के उपभोक्ता भारत से आने वाले सभी मसालों पर अतिरिक्त नियंत्रण लागू किया है।