रायपुर. बलौदाबाजार में हिंसा के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने घटना स्थल का निरीक्षण किया. प्रेसवार्ता में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा, जब समाज ने CBI जांच की मांग की थी तो सरकार ने इसे गंभीरता से क्यों नहीं लिया. सीबीआई जांच की घोषणा क्यों नहीं की गई. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए. वहीं नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने कहा, जो सरकार अपने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक कार्यालय को नहीं बचा सकता है वह हर तरीके से असक्षम है. विष्णु देव साय सरकार से इस्तीफे की मांग करते हैं.
बैज ने कहा, बलौदाबाजर की घटना के बाद कई लोग डर से गायब हैं. परिवार उन्हें खोज रहा. घटना के बाद शासन- प्रशासन निर्दोष लोगों के साथ बर्बरता से पेश आ रही है. कितने लोगों को इन्होंने अभी तक जेल भेजा, कितने लोगों को अरेस्ट किया, इसकी सूची जारी होनी चाहिए. उन्होंने कहा, क्या भीड़ में सामाजिक तत्व शामिल थे. अगर सामाजिक तत्व शामिल थे तो इंटेलिजेंस क्या कर रहा था. इसका मतलब है कि सरकार पूरी तरीके से फेलियर हो चुकी है. जब से भाजपा की सरकार बनी है तब से छत्तीसगढ़ में बड़ी-बड़ी घटनाएं हो रही है. छत्तीसगढ़ जल रहा है.
पीसीसी चीफ बैज ने कहा, स्थानीय लोगों से सूचना मिलने के बाद पता चला कि 250 लोग नागपुर से आए थे. इन लोगों को किसने बुलाया और यहां कैसे आए, उनके आने और खाने की व्यवस्था किसने की. इस घटना की पूरी जिम्मेदारी भाजपा सरकार की है, इसलिए मुख्यमंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देनी चाहिए.
सरकार हर तरीके से असक्षम : चरणदास महंत
नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने कहा कि घटना को टाला जा सकता था. यह क्षेत्र बाबा गुरु घासीदास का रहा है. किसी निंदनीय घटना को अगर यहां का प्रशासन संभाल लेता तो यह बड़ी घटना नहीं घटती. जो सरकार अपने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक कार्यालय को नहीं बचा सकता है वह हर तरीके से असक्षम है. हम विष्णु देव साय सरकार से इस्तीफे की मांग करते हैं, ताकि छत्तीसगढ़ शांति और सौहार्द का टापू बना रहे.