नई दिल्ली। नीट परीक्षा का रिजल्ट इस बार काफी विवादित रहा। एनटीए की ओर से जारी परिणाम के बाद स्टूडेंट्स, टीचर और शिक्षण संस्थान की ओर से उठ रहे सवाल के बाद एनटीए ने सफाई थी, लेकिन एनटीए की सफाई से स्टूडेंट्स बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं हुए हैं। वहीं कई जगहों पर स्टूडेंट्स प्रोस्टेस्ट कर रहे हैं। इसी बीच एग्जाम के नतीजों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है।
इस याचिका में कहा गया है कि रिजल्ट को रद्द घोषित कर दोबारा परीक्षा की मांग की गई है। नीट परीक्षा को लेकर ये याचिका तेलंगाना के अब्दुल्ला मोहम्मद फैज ने दाखिल की है। साथ ही इस परीक्षा के बाद होने वाली कांउसलिंग को रोकने की भी मांग की गई है। नीट 2024 की परीक्षा में 23 लाख 33 हजार स्टूडेंट्स शामिल हुए थे। नीट परीक्षा पहले 14 जून को जारी किया जाना था लेकिन इसे 10 पहले ही बिना जानकारी के लोकसभा चुनाव के नतीजे वाले दिन जारी कर दिया गया।
नीट परीक्षा में हुए गड़बड़ी को लेकर अब सुप्रीम कोर्ट का रूख किया है। इस याचिका में एसआईटी की मांग और काउंसलिंग रोकने की मांगी की गई है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस पर सुनवाई की जाएगी। नीट एग्जाम में हुए गड़बड़ी को लेकर कई नेताओं ने रिएक्शन दिया था, राहुल गांधी, अखिलेश यादव, प्रियंका गांधी सहित अन्य नेताओं ने भी इस पर सोशल मीडिया पर ट्वीट किया था।
वहीं एनटीए ने भी मामले को देखते हुए प्रेस कॉन्फ्रेस किया था, जिसमें एनटीए ने सभी सवालों का जवाब दिया था। लेकिन इन जबाव से न तो स्टूडेंट्स संतुष्ट हुए न तो टीचर। अब सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई का इंतजार है। इस बार नीट यूजी रिजल्ट में 67 स्टूडेंट्स ने रैंक 1 हासिल किया था। इसके अलावा एक ही सेंटर की 6 7 स्टूडेंट्स को एक जैसै नंबर मिले।