लोकसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को बहुमत मिलने के बाद नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री के पद की शपथ ले ली है। उनके साथ 71 और सांसदों को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। इसी के साथ ही मोदी जवाहरलाल नेहरू के बाद तीसरी बार शपथ लेने वाले दूसरे प्रधानमंत्री बन गए हैं।
शपथ लेते ही मोदी ने अपने नाम कई बड़े रिकॉर्ड किए हैं।
वे लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने वाले पहले गैर-कांग्रेसी नेता बन गए हैं।इसके अलावा वे स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के अलावा एकमात्र ऐसे व्यक्ति बन गए हैं, जिन्होंने अपने नेतृत्व में लगातार 3 लोकसभा चुनाव जीतकर सरकार बनाई है।वे आजादी के बाद से 3 बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने वाले तीसरे व्यक्ति भी बन गए हैं।
मोदी तीसरे ऐसे नेता हैं, जिनकी सरकार ने 5-5 साल के लगातार 2 कार्यकाल पूरे किए हैं। इससे पहले नेहरू और डॉक्टर मनमोहन सिंह ने ये कारनामा किया है।
ऐसा करने वाले मोदी पहले गैर-कांग्रेसी नेता भी हैं।1967 में इंदिरा गांधी ने 5 साल का कार्यकाल पूरा होने से पहले ही मध्यावधि चुनाव करवा लिया था। बड़ा फर्क ये भी है कि मोदी ने अपने दोनों कार्यकाल में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई थी।
मोदी देश के राजनीतिक इतिहास में अकेले ऐसे व्यक्ति हैं, जो करीब 13 साल तक मुख्यमंत्री रहे और फिर सीधा प्रधानमंत्री चुने गए। लगातार 10 साल तक प्रधानमंत्री रहने के बाद अब वे अपना तीसरा कार्यकाल शुरू कर रहे हैं।करीब 23 साल से वे लगातार मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री जैसे शीर्ष पदों पर हैं। 2001 से लेकर 2014 तक वे गुजरात के मुख्यमंत्री रहे और 2014 से लेकर 2024 तक प्रधानमंत्री पद पर रहे।
मोदी 7 अक्टूबर, 2001 को पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री बने और करीब 13 साल तक इस पद पर रहे। गुजरात की स्थापना के बाद से वे लगातार 4 बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले एकमात्र मुख्यमंत्री हैं।उनके नाम सबसे लंबे समय तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड है। उनके नेतृत्व में भाजपा ने गुजरात में लगातार 3 विधानसभा चुनाव भी जीते हैं। वे 23 वर्षों में अब तक 6 बार शपथ ले चुके हैं।
प्रधानमंत्री के उपरांत उनकी कैबिनेट के सदस्यों ने मंत्री पद की शपथ ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में सहयोगी दलों, देश के विभिन्न क्षेत्रों व अनुभव को समुचित प्रतिनिधित्व दिया है।
प्रधानमंत्री के तुरंत बाद राजनाथ सिंह और फिर अमित शाह ने केंद्रीय मंत्री पद की शपथ ली। बीती सरकार में राजनाथ सिंह रक्षा और अमित शाह गृह मंत्री थे। अमित शाह के उपरांत नितिन गडकरी ने मंत्री पद की शपथ ली। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। नितिन गडकरी के उपरांत नड्डा ने केंद्रीय मंत्री पद की शपथ ली। बतौर पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल इसी माह समाप्त हो रहा है। उनकी केंद्र सरकार में वापसी हुई है।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व इस बार विदिशा लोकसभा सीट से सांसद चुने गए शिवराज सिंह चौहान पहली बार मोदी सरकार का हिस्सा बने हैं। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के उपरांत शिवराज सिंह चौहान ने केंद्रीय मंत्री पद की शपथ ली। शिवराज सिंह चौहान के बाद पिछली सरकार में वित्त मंत्री रही निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय मंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद डॉ. एस जयशंकर ने मंत्री पद की शपथ ली, पिछली सरकार ने वह विदेश मंत्री थे।
फिलहाल राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण जारी है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू एक-एक करके मोदी सरकार के मंत्रियों को शपथ दिला रही हैं।
शपथ ग्रहण समारोह में 7 देशों के नेता, अक्षय कुमार, शाहरुख रजनीकांत जैसे फिल्म स्टार तो दूसरी और श्रमिक व सफाई कर्मचारी भी इस खास कार्यक्रम के अतिथि थे।
शपथ ग्रहण समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर कई विदेशी मेहमान राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में मौजूद थे। इनमें नेपाल, बांग्लादेश और भूटान के प्रधानमंत्री व मालदीव के राष्ट्रपति शामिल थे। सेशेल्स के उप-राष्ट्रपति, अहमद अफीफ व मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ भी यहां पहुंचे।