दिल्ली। एक तरफ नई सरकार के गठन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की बैठक हुई, तो दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर INDIA गठबंधन के नेताओं की बैठक भी शुरू हो गई है। इस बैठक में शामिल होने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-एसपी (राकांपा-एसपी), शिवसेना-यूबीटी, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी , झारखंड मुक्ति मोर्चा और अन्य घटक दलों के नेता खरगे के आवास पर जुटे।
लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद, INDI गठबंधन के नेता खरगे के आवास पर बैठक कर रहे हैं। बैठक में INDI गठबंधन की आगे की रणनीति पर चर्चा की गई। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा ‘हमने अच्छा संघर्ष किया, एकजुट होकर और दृढ़ता से लड़े।’ खरगे ने आगे कहा ‘INDIA गठबंधन उन सभी दलों का स्वागत करता है जो हमारे संविधान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाते हैं।’ कांग्रेस अध्यक्ष का कहना है कि इस बार जनादेश निर्णायक रूप से पीएम मोदी और उनकी राजनीति की शैली के खिलाफ है।
पीएम मोदी को चुना गया एनडीए गठबंधन का नेता
दिल्ली में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की बैठक खत्म हुए। इस बैठक में घटक दलों के सभी नेताओं ने सर्वसम्मति से पीएम मोदी को एनडीए गठबंधन का नेता चुना। इसके लिए बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया।
एनडीए के घटक दल जदयू, लोजपा, टीडीपी, जदएस और शिवसेना इस मीटिंग में शामिल रहे। बैठक में सरकार बनाने को लेकर मंथन हुआ। बैठक के खत्म होने के बाद जनता दल यूनाइटेड (जदयू) सांसद संजय कुमार झा ने कहा कि एनडीए की बैठक में नीतीश कुमार शामिल हुए। बैठक में सभी घटक दलों के नेताओं ने अपने विचार रखे और तीसरी बार एनडीए को जनादेश देने के लिए जनता को धन्यवाद दिया। उन्होंने आगे कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार का गठन होगा और जल्द ही सभी सांसदों की बैठक होगी।
शिवसेना व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी भी बैठक में शामिल रहे
एनडीए की बैठक से पहले, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने भी केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनाने के लिए अपना समर्थन दिया। दोनों ही दलों के नेता दिल्ली में एनडीए की बैठक में शामिल हुए। शिवसेना को महाराष्ट्र में सात और एनसीपी को एक सीट पर जीत मिली है।
तेलुगुदेशम पार्टी (टीडीपी) भाजपा के बाद दूसरा सबसे बड़ा घटक दल है। इसके वरिष्ठ नेता कनकमेडला रविंद्र कुमार पहले ही साफ कर चुके हैं कि आंध्र प्रदेश में भाजपा और जनसेना के साथ हमारा चुनाव पूर्व समझौता महज राजनीतिक अंकगणित की सौदेबाजी नहीं है, बल्कि यह विश्वसनीयता का बंधन है। उधर, टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू एनडीए की बैठक में शामिल रहे।