फर्रुखाबाद . फर्रुखाबाद लोकसभा क्षेत्र में एटा जिले के अलीगंज विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या 343 खिरिया पमारान में 25 मई को पुनर्मतदान होगा। दरअसल, नया गांव थाना क्षेत्र स्थित इस बूथ पर 13 मई को हुए मतदान के दौरान एक युवक द्वारा आठ बार वोट डालने का एक वीडियो वायरल हुआ था। आरोपी युवक की पहचान खिरिया पमारान के प्रधान अनिल ठाकुर के पुत्र राजन सिंह ठाकुर के तौर पर की गयी है, जो नाबालिग है और इंटरमीडिएट का छात्र है।
सपा प्रत्याशी ने की थी पुन मतदान की मांग
फर्रुखाबाद लोकसभा के समाजवादी पार्टी (सपा) प्रत्याशी डॉ नवल किशोर शाक्य ने मामले की शिकायत मुख्य निर्वाचन आयुक्त, एटा और फर्रुखाबाद के जिला निर्वाचन अधिकारी से की थी और पुन: मतदान करवाने की मांग की थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए अलीगंज के एसडीएम प्रतीक त्रिपाठी ने एटा के नायगाव थाना में रविवार रात ही आईपीसी की धारा 171 एफ, 419, व आईटी एक्ट की धारा 66 व लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 132, 136, 128 के तहत रिपोर्ट दर्ज करवाकर जांच शुरू कर दी थी।
मुख्य चुनाव अधिकारी ने किए ये निर्देश जारी
प्रदेश क़े मुख्य चुनाव अधिकारी रणदीप रिणवा ने एटा में फर्जी वोटिंग क़े वायरल वीडियो की खबर का संज्ञान लिया था और कड़ी कार्यवाही क़े निर्देश भी दिये थे, जिसके बाद देर रात ही राजन सिंह को एटा पुलिस ने गिरफ्तार किया था। संबंधित पोलिंग बूथ संख्या 343 पर पुनर्मतदान क़े लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तर प्रदेश ने संस्तुति की थी। इसके अलावा सम्बंधित बूथ पर तैनात पोलिंग पार्टी के सभी सदस्यों को सस्पेंड कर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के निर्देश जारी किए गए थे।
आयोग के निर्देशों पर होगी कार्रवाईः अपर जिलाधिकारी
अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व व उप जिला निर्वाचन अधिकारी एटा आयुष चौधरी ने बताया कि फर्रुखाबाद लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत अलीगंज विधानसभा जनपद एटा में एक व्यक्ति के द्वारा कई बार वोट देते समय एक वीडियो वायरल हुआ था। उसका संज्ञान लेते समय तत्काल कार्यवाही की गयी है। प्राथमिकी दर्ज करा दी है। फर्जी वोट डालने वाले व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ व अग्रेतर कार्यवाही की जा रही है। संबंधित पोलिंग पार्टियां व मतदान कर्मी जितने भी थे उनको निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही कराई जा चुकी है। जो भी आयोग के दिशा निर्देश होंगे उसके तहत कार्यवाही की जाएगी। उस बूथ संख्या 343 की सभी चार पोलिंग पार्टियों को निलंबित किया गया है।