नई दिल्ली। एस्ट्राजेनेका की कोविड-19 वैक्सीन को लेकर एक और चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। Astrazeneca की कोविड वैक्सीन में एक और खतरनाक ब्लड क्लॉटिंग डिसऑर्डर मिला है।शोधकर्ताओं का दावा है कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के सहयोग से बनाई गई ब्रिटिश-स्वीडिश फार्मा दिग्गज एस्ट्राजेनेका की कोविड-19 वैक्सीन-प्रेरित इम्यून थ्रोम्बोसाइटोपेनिया और थ्रोम्बोसिस (वीआईटीटी) के खतरे को और अधिक बढ़ाती है – VITT एक दुर्लभ लेकिन घातक रक्त का थक्का जमने वाला विकार है। हालांकि, खून का थक्का जमाने वाला ये रेयर डिसऑर्डर (किसी-किसी को होने वाला) है, लेकिन खतरनाक है।
हालांकि यह नया नहीं है, VITT एडेनोवायरस वेक्टर-आधारित ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के बाद एक नई बीमारी के रूप में उभरा – जिसे भारत में 2021 में कोविड महामारी के चरम पर कोविशील्ड और यूरोप में वैक्सज़ेवरिया के रूप में बेचा गया। रिसर्च के अनुसार, खतरनाक ब्लड एंटीबॉडी ‘प्लेटलेट फैक्टर 4’ (PF4) VITT के लिए जिम्मेदार है। प्लेटलेट फैक्टर 4, प्रोटीन के खिलाफ काम करता है।
2023 में प्लेटलेट फैक्टर 4 (या पीएफ4) नामक प्रोटीन के विरुद्ध निर्देशित एक असामान्य रूप से खतरनाक रक्त ऑटोएंटीबॉडी” को वीआईटीटी के कारण के रूप में पाया गया था। अलग-अलग शोध में, कनाडा, उत्तरी अमेरिका, जर्मनी और इटली के वैज्ञानिकों ने समान पीएफ4 एंटीबॉडी के साथ लगभग समान विकार का वर्णन किया जो प्राकृतिक एडेनोवायरस (सामान्य सर्दी) संक्रमण के बाद कुछ मामलों में घातक था।
अब एक नए शोध में ऑस्ट्रेलिया में फ्लिंडर्स यूनिवर्सिटी और अन्य अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने पाया कि एडेनोवायरस संक्रमण से जुड़े वीआईटीटी और क्लासिक एडेनोवायरल वेक्टर वीआईटीटी दोनों में पीएफ4 एंटीबॉडी समान मॉलिक्यूलर में है।