हिंदू धर्म में ग्रंथों के अनुसार एकादशी का काफी महत्व है. ऐसे में खासकर मोहिनी एकादशी का अपना अलग ही महत्व माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि यह एकादशी साल में एक बार आता है और इसका जो महत्व है वह कई गुना अधिक होती है. यह एकादशी वैशाख माह के शुक्ल पक्ष में मनाया जाती है. इस व्रत को करने से श्रद्धालुओं को कई तरह के लाभ प्राप्त होते हैं.
19 मई को मोहिनी एकादशी है. उन्होंने बताया कि भगवान विष्णु ने धर्म की रक्षा के लिए कई अवतार लिए, विभिन्न रूप धारण कर संसार का कल्याण भी करते हैं. उन्होंने बताया कि इस एकादशी को जो व्यक्ति करता है उसे मोह माया से छुटकारा मिल जाता है. इसके साथ ही मानसिक शांति और जीवन में सफलता मिलती है. मोहिनी एकादशी करने वाले लोगों के सभी पापों का अंत हो जाता है. यह एकादशी करने से एक हजार गोदान के समान फल की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही कई तरह के शारीरिक कष्ट भी दूर होते हैं.
क्या करना चाहिए इस एकादशी के दिन
मोहिनी एकादशी के दिन सुबह उठकर स्नान करें उसके बाद भगवान विष्णु की आराधना करें. भगवान विष्णु को पीले वस्त्र पहनाकर पीले चंदन का तिलक लगाए. श्रद्धा और भक्ति के साथ एकादशी व्रत का संकल्प लें. इस दिन ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करें इसके साथ ही विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें. इससे आपको अच्छे फल की प्राप्ति होगी. वहीं, उन्होंने बताया कि पाठ समाप्त होने के बाद श्रीहरि को पंचामृत और तुलसी के पत्ते अर्पित करने चाहिए. इससे आपके घर में सुख शांति बनी रहेगी.