रायपुर। वन भैसों पर बारनवापारा में खर्च किए जा रहे 40 लाख रूपए के संबंध में वन विभाग ने खंडन पत्र जारी किया है। विभाग की ओर से 12 मई को कहा गया था कि वर्ष 2023-24 में वन भैसों के लिए 40 लाख रुपए का आवंटन किया गया था। लेकिन अब छीछालेदर होने पर वन विभाग ने यूटर्न मारते हुए कहा गया 40 लाख नहीं बल्कि भैसों के लिए 25 लाख का बजट आवंटन किया गया।
बता दें कि, रायपुर के वन्य जीव प्रेमी नितिन सिंघवी ने इस मामले में खुलासा किया था। RTI द्वारा ली गई जानकारी से पता चला था कि, कार्यालय फील्ड डायरेक्टर उदंती सीता नदी टाइगर रिजर्व द्वारा 40 लाख रुपए वनमंडलाधिकारी बलोदा बाज़ार को आवंटन के दस्तावेज उपलब्ध कराए गए हैं। जो कि यहां अवलोकन के लिए उपलब्ध कराए गए हैं। खर्च की जानकारी मांगने पर मुख्यालय ने और फील्ड डायरेक्टर कार्यालय ने यह कहकर जानकारी नहीं दी कि हमारे पास जानकारी नहीं है। बजट आबंटन की यह जानकारी विभाग द्वारा नहीं दी जा रही थी, RTI के तहत प्रथम अपील दायर करने के बाद जानकारी उपलब्ध कराई गई।
गौरतलब है कि वन विभाग ने पानी पर किए गए रुपए चार लाख 4.60 लाख के खर्चे को स्वीकार किया गया है। इसके अलावा विभाग ने इस बात का भी खंडन नहीं किया है कि वन भैंसे की वंश वृद्धि का प्लान फेल हो गया है।
इसके अलावा रविवार को उपलब्ध कराए गए अन्य किसी भी आंकड़ो का भी विभाग ने खंडन नहीं किया है। गौरतलब है कि, असम से लाये गए वन भैसों के लिए कुल कितने करोड़ खर्चा हुआ है इसकी जानकारी नहीं दी गई।