नेशनल न्यूज़। विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के घटक दलों के प्रमुख नेताओं ने रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पक्ष में आवाज बुलंद की तथा देश में लोकतंत्र एवं संविधान को बचाने तथा लोकसभा चुनाव में निष्पक्षता सुनिश्चित किए जाने पर जोर दिया। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी द्वारा दिए गए ‘400 पार’ के नारे को लेकर भी सवाल खड़े किए और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चुनाव में ‘मैच फिक्सिंग’ की कोशिश कर रहे हैं।
कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा केजरीवाल और सोरेन के समर्थन और जांच एजेंसियों के ‘दुरुपयोग के खिलाफ रामलीला मैदान में आयोजित ‘लोकतंत्र बचाओ महारैली’ के मंच पर पहुंचे।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एससीपी) के प्रमुख शरद पवार, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी, राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव, नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की सुप्रीमो महबूबा मुफ्ती, द्रमुक के तिरुचि शिवा, तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओब्रायन एवं सागरिका घोष तथा कई अन्य दलों के नेता भी इस जनसभा में शामिल हुए। इस मौके पर केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल और सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी मंच पर मौजूद थीं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने केजरीवाल और सोरेन को अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार किया है।
दोनों फिलहाल जेल में हैं। विपक्ष की रैली में राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस लोकसभा चुनाव में ‘मैच फिक्सिंग’ की कोशिश कर रहे हैं, ताकि भारी बहुमत से चुनाव जीतकर संविधान खत्म किया जा सके। गांधी ने लोगों का आह्वान किया कि वे इस ‘मैच फिक्सिंग’ को रोकने के लिए पूरी ताकत से मतदान करें, क्योंकि यह संविधान और लोकतंत्र को बचाने का चुनाव है। राहुल गांधी ने कहा, ‘‘कांग्रेस सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है। चुनाव के बीच में ही सबसे बड़े विपक्षी दल के खाते फ्रीज कर दिए।” उन्होंने आरोप लगाया कि इस मैच ‘फिक्सिंग’ का एक लक्ष्य है कि संविधान को गरीब जनता से छीना जा सके।
चुनाव निष्पक्ष नहीं हो रहे
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने प्रधानमंत्री मोदी पर ‘तानाशाही’ के विचार में विश्वास करने का आरोप लगाया और दावा किया कि जब तक प्रधानमंत्री मोदी तथा उनकी विचारधारा को सत्ता से नहीं हटाया जाएगा, तब तक देश में सुख और समृद्धि नहीं आ सकती। उन्होंने यह भी कहा कि संविधान बचाने और लोकसभा चुनाव में जीत के लिए विपक्षी दलों को एकजुट होकर लड़ना है। उन्होंने प्रधानमंत्री और भाजपा के कुछ अन्य नेताओं से एक कार्यक्रम में मुलाकात का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘मुझसे जेपी नड्डा जी ने पूछा कि आपका चुनाव प्रचार कबसे शुरू हो रहा है, सूची जारी कब कर रहे हैं। मैंने कहा है कि चुनाव निष्पक्ष नहीं हो रहे, क्योंकि हमारे खाते से पैसे चोरी हो गए हैं।”
खरगे ने दावा किया कि कांग्रेस के बैंक खातों को ‘फ्रीज’ किया गया, ताकि वह चुनाव नहीं लड़ सके। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘संविधान है, तो आरक्षण है। संविधान है, तो मौलिक अधिकार मिलेंगे। संविधान नहीं है, तो कुछ नहीं मिलेगा।” सुनीता केजरीवाल ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) की रैली में जेल से दिए अपने पति का संदेश पढ़ते हुए कहा कि ‘‘भारत माता पीड़ा में हैं और यह अत्याचार नहीं चलेगा”। कल्पना सोरेन ने भी केंद्र सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया और कहा कि लोगों को भाजपा को हराने के लिए एकजुट होना चाहिए।
अरविन्द केजरीवाल तुरंत रिहा किए जाएं
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने विपक्ष की ‘लोकतंत्र बचाओ महारैली’ में मंच से ‘इंडिया’ गठबंधन की तरफ से पांच सूत्री मांगें रखीं। उन्होंने कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग को लोकसभा चुनावों में समान अवसर सुनिश्चित करना चाहिए। चुनाव आयोग को चुनाव में हेराफेरी करने के उद्देश्य से विपक्षी दलों के खिलाफ जांच एजेंसियों द्वारा की जानी वाली कार्रवाई रोकनी चाहिए। हेमंत सोरेन जी और अरविन्द केजरीवाल जी की तुरंत रिहाई की जाए। चुनाव के दौरान विपक्षी राजनीतिक दलों का आर्थिक रूप से गला घोंटने की जबरन कार्रवाई तुरंत बंद होनी चाहिए।”
‘इंडिया’ गठबंधन ने यह भी मांग की, ‘‘चुनावी चंदे का उपयोग कर भाजपा द्वारा बदले की भावना, जबरन वसूली और ‘मनी लॉन्ड्रिंग’ (धन शोधन) के आरोपों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एसआईटी (विशेष जांच दल) का गठन होना चाहिए।” प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सत्ता में बैठे अन्य लोगों को भगवान राम का यह संदेश याद रखना चाहिए कि सत्ता सदा नहीं रहती और अहंकार चूर-चूर हो जाता है।
देश के लोकतंत्र और संविधान पर हमला
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा को ‘ब्रह्मांड की सबसे झूठी पार्टी’ करार देते हुए कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद पूरी दुनिया में भाजपा की ‘थू-थू’ हो रही है। उन्होंने ‘इंडिया’ गठबंधन की ‘लोकतंत्र बचाओ महारैली’ में यह सवाल भी किया कि अगर भाजपा को ‘400 पार’ में इतना ही भरोसा है, तो वह इतनी घबराहट में क्यों नजर आ रही है? राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एससीपी) के प्रमुख पवार ने कहा कि विपक्ष के नेताओं के खिलाफ जिस तरह से कार्रवाई हो रही है, वो देश के लोकतंत्र और संविधान पर हमला है।
तुम तो धोखेबाज हो, वादा करके भूल जाते हो
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार पर ‘अघोषित आपातकाल’ लागू करने का आरोप लगाया और दावा किया कि ‘मोदी की गारंटी’ ‘चाइनीज माल’ वाली गारंटी है, जो सिर्फ चुनाव तक रहेगी। उन्होंने 1990 के दशक की फिल्म ‘साजन चले ससुराल’ के गाने ‘तुम तो धोखेबाज हो…’ का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तंज कसा, ‘‘तुम तो धोखेबाज हो, वादा करके भूल जाते हो, रोज-रोज मोदी जी ऐसा करोगे, जनता रूठ जाएगी तो हाथ मलोगे…।” माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने दावा किया कि देश में ‘कलयुग का अमृतकाल’ चल रहा है तथा अब ‘बुरे लोगों के हाथ से अमृत कलश’ को वापस लाना होगा, ताकि इसका इस्तेमाल जनता के हित में हो सके।