गर्मी का मौसम आते ही लोग ठंडी-ठंडी कोल्ड ड्रिंक पीना शुरू कर देते है। कुछ लोग गर्मियों में लगातार कोल्ड ड्रिंक्स का सेवन करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये कोल्ड ड्रिंक्स आपकी सेहत को किस तरह नुकसान पहुंचा रही हैं? अगर नहीं जानते हो, तो ये खबर आपके लिए है। आज हम आपको बताएंगे की कैसे रोजाना कोल्ड ड्रिंक का सेवन करने से कई सारी बीमारी होने का डर बना रहता है। इसका सेवन गले से जुड़ी बीमारियां पैदा कर सकता है।
कोल्ड ड्रिंक के नुकसान
कोल्ड ड्रिंक एक ऐसी चीज है, जो अधिकतर लोगों को बेहद पसंद होती है. कुछ लोग तो ऐसे हैं जो दिन में 2 से 3 बार कोड ड्रिंक पी लेते हैं, लेकिन ऐसा करना सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। आइए जानते हैं इससे होने वाले नुकसान के बारे में. कोल्ड ड्रिंक में बहुत ज्यादा शुगर की मात्रा होती है, जो वजन बढ़ाना और डायबिटीज जैसी बीमारी पैदा करती है। लगातार इसके सेवन से किडनी के काम करने की क्षमता कमजोर होने लगती है। इसके अलावा यह हड्डियों को भी नुकसान पहुंचती है।
पेट के लिए हानिकारक
सबसे पहले तो कोल्ड ड्रिंक्स पेट के लिए हानिकारक होती हैं। कई सारी कोल्ड ड्रिंक्स में कार्बन डाई ऑक्साइड मौजूद रहती हैं, जो पेट में जाते ही गर्मी की वजह गैस में बदलने लगती हैं। इसी वजह से कोल्ड ड्रिंक पीते ही डकार आती है. सॉफ्ट ड्रिंक में मौजूद यह कार्बन डाई ऑक्साइड पेट के लिए एक ब्लीचिंग एजेंट की तरह काम करता है, जिसकी वजह से पेट में बनने वाले डाइजेस्टिव एंजाइम पर असर होता है। इसी वजह से रात के समय कोल्ड ड्रिंक पीने से सीने में जलन भी होने लगती है।
किडनी की सेहत पर बुरा असर
किडनी की सेहत के लिए कोल्ड ड्रिंक सही नहीं मानी जाती हैं। इसमें मौजूद शुगर न सिर्फ डायबिटीज का खतरा बढ़ाती है, बल्कि इसकी वजह से हमारी किडनी पर भी बुरा असर पड़ता है। दरअसल, शरीर में शुगर की ज्यादा मात्रा होने पर मसल्स इस शुगर का पूरा इस्तेमाल नहीं कर पाती हैं, जिसकी वजह से किडनी शुगर को पेशाब के रास्ते शरीर से बाहर निकलने की कोशिश करती है। ऐसे में किडनी को काफी कठिनाई होती है. जिससे लीवर डैमेज होने की संभावना बढ़ जाती है।
ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है
गर्मियों में कोल्ड ड्रिंक्स के इस्तेमाल से भारी मात्रा में चीनी आपके शरीर में पहुंचती है। ऐसे में ज्यादा मात्रा में कोल्ड ड्रिंक पीने से शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। शरीर में शुगर के बढ़ने से सेहत को काफी नुकसान हो सकता है, क्योंकि यह कई गंभीर बीमारियों की वजह बन सकता है। साथ ही इससे टाइप-2 डायबिटीज का खतरा भी काफी बढ़ जाता है।