नई दिल्ली। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने शुक्रवार को अरविंद केजरीवाल के “शराब नीति बनाने” पर नाराजगी व्यक्त की और कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी उनके अपने कर्मों के कारण हुई है। मैं अब उन्हें कोई सलाह नहीं दूंगा।
अन्ना हजारे ने कहा, “मैं इस बात से बहुत परेशान हूं कि जो अरविंद केजरीवाल मेरे साथ काम करते थे, शराब के खिलाफ आवाज उठाते थे, वे अब शराब नीतियां बना रहे हैं। उनकी गिरफ्तारी उनके अपने कर्मों के कारण हुई है। लेकिन वह क्या करेंगे? सत्ता के सामने किसी की नहीं चलती।” अन्ना हजारे ने आगे कहा, ”गिरफ्तारी हो चुकी है, अब कानून के मुताबिक जो होगा वो होगा।” अन्ना हजारे ने कहा, “केजरीवाल के सीएम बनने के बाद नई शराब नीति को लेकर मैंने उन्हें दो बार खत लिखा था। मुझे दुख होता है कि उन्होंने मेरी बात नहीं मानी और अब वो इसमें अरेस्ट हो गए हैं।”
मैंने कहा था कि हमेशा मुल्क की भलाई के लिए काम करना
इसके साथ ही उन्होंने कहा, “जब केजरीवाल और मनीष सिसोदिया नए-नए हमारे साथ आए थे, तब मैंने कहा था कि हमेशा मुल्क की भलाई के लिए काम करना, लेकिन उन्होंने इस बात को ध्यान में नहीं रखा। मैं अब उन्हें कोई सलाह नहीं दूंगा। कानून और सरकार को जो करना होगा वो करे।”
बता दें कि अरविंद केजरीवाल 2011 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना आंदोलन में शामिल हुए थे। उन्होंने प्रसिद्धि हासिल की और 2012 में अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी बनाई और मुख्यमंत्री पद के लिए चुनाव लड़ा।